Sultanganj Aguwani Bridge: फिर शुरू हुआ सुल्तानगंज-अगुवानी पुल का निर्माण, नए डिजाइन के साथ इतने महीने में होगा तैयार Bihar Crime News: शिवहर में युवक की गोली मारकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस Bihar Weather: राज्य में इस दिन से भारी बारिश, IMD ने जारी कर दी चेतावनी सहरसा में बाइक की डिक्की से चोरी हुए 3 लाख रूपये कटिहार से बरामद, आरोपी फरार आर्केस्ट्रा में नाबालिगों के शोषण के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 21 लड़कियों को कराया मुक्त, 3 आरोपी गिरफ्तार बेगूसराय में बाइक सवार युवकों की दबंगई, 10 रूपये की खातिर पेट्रोल पंप पर की मारपीट और फायरिंग SUPAUL: छातापुर में संतमत सत्संग का 15वां महाधिवेशन संपन्न, VIP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा ने महर्षि मेही परमहंस को दी श्रद्धांजलि Sonia Gandhi Admitted: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत बिगड़ी, इलाज के शिमला के अस्पताल पहुंचीं Sonia Gandhi Admitted: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत बिगड़ी, इलाज के शिमला के अस्पताल पहुंचीं Bihar News: बिहार महिला आयोग में भी अध्यक्ष-सदस्यों की हुई नियुक्ति, इन नेत्रियों को मिली जगह, जानें...
1st Bihar Published by: Updated Mon, 05 Dec 2022 06:53:57 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: इस वक्त की बड़ी खबर जेडीयू से निकलकर सामने आ रही है। जेडीयू के संगठनिक चुनाव में ललन सिंह निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। ललन सिंह एक बार फिर से जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे। रविवार को नामांकन की अंतिम तिथि थी लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए किसी और की तरफ से नामांकन नहीं किया गया। लिहाजा ललन सिंह को निर्विरोध जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित कर दिया गया। राष्ट्रीय चुनाव पदाधिकारी अनिल हेगड़े ने उन्हें निर्वाचन का सर्टिफिकेट दे दिया।
दरअसल, ललन सिंह ने शनिवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद के लिए अपना नामांकन दाखिल किया था। पिछले दिनों खुद बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार ने ललन सिंह के नाम का प्रस्ताव रखा था, जिसके बाद यह तय माना जा रहा था कि, ललन सिंह फिर से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने जा रहे है। राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए किसी और उम्मीदवार के नामांकन नहीं करने के बाद उन्हें निर्विरोध निर्वाचित कर दिया गया और एक बार फिर जेडीयू की कमान उनके हाथों में सौंप दी गई।
बता दें कि पिछले वर्ष 31 जुलाई से जब ललन सिंह ने पार्टी की कमान अपने हाथों में ली, तबसे जेडीयू में कई बदलाव देखने को मिले। इसमें सबसे बड़ा बदलाव नई गठबंधन के साथ सरकार बनाना और राज्यसभा से आरसीपी सिंह का छुट्टी करना शामिल है। इसके बाद नीतीश अब जो विपक्षी एकता की मुहीम चला रहे हैं, उसके पीछे भी इन्हीं का दिमाग बताया जा रहा है। एक बार फिर जेडीयू का अध्यक्ष बनने के बाद 2024 में होने वाला लोकसभा चुनाव ललन सिंह के लिए बड़ी चुनौती होगी।