PATNA: जेडीयू प्रदेश कार्यालय के कर्पूरी सभागार में रविवार को महागठबंधन के नेताओं ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बीजेपी को अपनी एकजुटता दिखाई। महागठबंधन के नेताओं ने बीजेपी पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को केंद्र की सत्ता से उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया। लेकिन पटना में हुए महागठबंधन की साक्षा प्रेस वार्ता में हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा यानि हम पार्टी से कोई भी नेता मंच पर मौजूद नहीं था। इस दौरान ना तो हम पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी मौजूद थे और ना ही हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा का कोई नेता। हालांकि इसके बावजूद महागठबंधन एकजुटता का दावा कर रहा है।
बिहार की सत्ता में परिवर्तन के बाद से ही पक्ष और विपक्ष के बीच सियासी संग्राम छिड़ा गया है। महागठबंधन और बीजेपी के नेताओं के बीच जुबानी जंग लगातार तेज होते जा रही है। एक तरफ जहां बीजेपी विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश में जुटी है तो वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन के दल बीजेपी और केंद्र सरकार पर हमलावर बने हुए हैं। महागठबंधन के नेताओं ने बीजेपी पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को केंद्र की सत्ता से उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया।
इस मौके पर जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि राजनीतिक इच्छा और महत्वाकंक्षा रखना अच्छी बात है लेकिन जिस तरह से बीजेपी ने जो गलत मंसूबा पाला वह सही नहीं है। उन्होंने कहा बीजेपी CBI और ED का चाहे जितना भी गलत इस्तेमाल कर ले देश की जनता उन्हें अच्छी तरह से जान चुकी है। 2024 के चुनाव में बीजेपी का खेल खत्म होने वाला है। वहीं उन्होंने कहा कि सुशील मोदी को शायद यह जानकारी नहीं है कि सीएम नीतीश कुमार से उनकी नजदीकियों के कारण ही बीजेपी ने उन्हें साइडलाइन कर दिया है। महागठबंधन ने एकजुट होकर बीजेपी के खिलाफ बिगुल फूंक दिया है।
वहीं आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि बीजेपी ने एक साजिश के तहत अपनी एजेंसी CBI का गलत इस्तेमाल किया। बीजेपी ने गुरुग्राम के एक मॉल अर्बन क्यूब और एक प्रोजेक्ट ह्वाइट लाइन में छापेमारी कराई और मीडिया में प्लांट कराया कि मॉल तेजस्वी यादव का है। मॉल के मालिक ने सीधे तौर पर कह दिया है कि तेजस्वी यादव का उस मॉल से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार में जो नया राजनीतिक घटनाक्रम हुआ उसमे बड़े बड़े चाणक्य फेल हो गए। बीजेपी ने सोचा था कि डरा धमका कर इसे बदल देंगे। उन्होंने बीजेपी को चेतावनी दी कि वह अपनी हरकतों से बाज आए, नहीं तो सत्याग्रह कर उसकी राह मुश्किल कर देंगे।
महागठबंधन में जेडीयू कोटे से मंत्री बने मदन सहनी ने कहा कि भारत सरकार द्वारा जिस तरह से सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है, उसका महागठबंधन निंदा करती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी जो करना है कर ले लेकिन महागठबंधन एकजुट है और बिहार की जनता इस मामले को बहुत अच्छी तरह से देख रही है। आज जो लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सवाल उठा रहे हैं, उन्ही की कृपा से लोकसभा, विधानसभा और विधान परिषद में गए हैं और केंद्र में मंत्री बने हुए हैं। उन्होंने चुनौती दी कि अगर बीजेपी के लोगों में थोड़ी सी भी नैतिकता बची हुई है तो वे अपने पद से इस्तीफा दें और फिर मैदान में आएं, उन्हें पता चल जाएगा कि बिहार की जनता किसके साथ है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से सीबीआई आरजेडी और लालू परिवार को परेशान कर रही है, उसमें उन्हें कोई सफलता नहीं मिलने वाली है।
इधर, सीपीएम नेता कॉमरेट अजय कुमार ने कहा कि बीजेपी ने देश के भीतर लोगों के बीच के भाईचारे को ध्वस्त करने का काम किया है। बिहार की जनता के साथ पूरे देश की जनता ने महागठबंधन की सरकार का स्वागत किया है। वहीं इस मौके पर कांग्रेस नेता राजेश राठौर समेत महागठबंधन के सभी दलों के नेताओं ने बीजेपी पर जोरदार हमला बोला।
पटना में हुए महागठबंधन की साक्षा प्रेस वार्ता में हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा यानि हम पार्टी से कोई भी नेता मंच पर मौजूद नहीं था। इस दौरान ना तो हम पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी मौजूद थे और ना ही हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा का कोई नेता। हालांकि इसके बावजूद महागठबंधन एकजुटता का दावा कर रहा है।