Bihar News: बिहार के तीसरे एक्सप्रेस-वे को केंद्र सरकार से मिली मंजूरी, रामजानकी मार्ग को लेकर आया बड़ा अपडेट Expressway in Bihar: बिहार के इस जिले को मिलेगा नया बाइपास, 19.32 करोड़ की लागत से बनेगा 2.36 किमी लंबा रास्ता Bihar Politics: सहरसा में किशोर कुमार “मुन्ना” का जोरदार स्वागत, प्रशांत किशोर के प्रस्तावित दौरे को लेकर हुई अहम बैठक Bihar Politics: सहरसा में किशोर कुमार “मुन्ना” का जोरदार स्वागत, प्रशांत किशोर के प्रस्तावित दौरे को लेकर हुई अहम बैठक Bihar Politics: विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बिहार बीजेपी, कार्यकर्ताओं को एकजुट करने मुहिम शुरू Bihar Politics: विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बिहार बीजेपी, कार्यकर्ताओं को एकजुट करने मुहिम शुरू Spirit Movie: प्रभास के साथ 'स्पिरिट' में अब नजर नहीं आएगी दीपिका, वांगा ने इस वजह से दिखाया बाहर का रास्ता Mansoon 2025: बदलने वाला है मौसम का मिजाज, निकाल लीजिए छतरी; समय से 8 दिन पहले भारत पहुंचा मानसून Mansoon 2025: बदलने वाला है मौसम का मिजाज, निकाल लीजिए छतरी; समय से 8 दिन पहले भारत पहुंचा मानसून Election Commission Mobile Phone Policy:अब मतदान केन्द्रों पर मोबाइल लेकर जा सकेंगे वोटर्स, चुनाव आयोग ने किया खास इंतजाम
1st Bihar Published by: Updated Sun, 26 Dec 2021 02:23:05 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के आवास पर 27 दिसंबर को भोज का आयोजन किया गया है। दोपहर 12 बजे होने वाले ब्राह्मण-दलित भोज के आयोजन को लेकर पटना में पोस्टर लगाया गया है तो वही दूसरी ओर 27 दिसंबर को ही पटना के विजय राघव मंदिर में शाम 6 बजे 51 पंडितों द्वारा बगलामुखी जाप किया जाएगा। मंदिर के पंडितों का कहना है कि जीतन राम मांझी को भगवान सद्बुद्धि दें इसे लेकर यह जाप किया जा रहा है।
पटना स्थित विजय राघव मंदिर के पुजारी संजय तिवारी 51 पंडितों के साथ बगलामुखी जाप करने जा रहे हैं। जिस दिन जीतन राम मांझी द्वारा आयोजित ब्राह्मण-दलित भोज होगा उसी दिन यह जाप भी पंडितों द्वारा किया जाएगा। पंडित संजय तिवारी कहते हैं कि कौन ब्राह्मण मांस-मछली खाएगा और कौन नहीं यह तय करने का अधिकार मांझी जी को किसने दे दिया।
संजय तिवारी कहते हैं कि हमलोग तो प्याज और लहसुन भी खाने वाले नहीं हैं। बात यदि उनके भोज में जाने की तो जो... (अपशब्द) वही न मांझी जी के यहां जाएंगा। यह काफी पहले से ही चला आ रहा है कि जो चुहा खाता है उसके यहां ब्राह्मण खाना खाने नही जाएंगे। यह परंपरा तो शुरू से ही है वही रहेगी भी।
गौरतलब है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के आवास पर 27 दिसंबर को भोज का आयोजन किया गया है। एक कार्यक्रम में ब्राह्मणों के बारे में आपत्तिजनक बयान देने के बाद उन्होंने गुरुवार को इस भोज के आयोजन की जानकारी दी थी।
अब सोमवार को होने वाले कार्यक्रम का नाम बदलकर ब्राह्मण- दलित एकता भोज रख दिया गया है। हालांकि इससे पहले ब्राह्मण-पंडित भोज का नाम इसे दिया गया था। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की ओर से इस भोज में शामिल होने के लिए ब्राह्मणों और पंडितों को सशर्त न्योता दिया गया था।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी की ओर से कहा गया था कि भोज में वैसे ही ब्राह्मण और पंडित शामिल हो सकते हैं जिन्होंने मांस और मदिरा का कभी सेवन ना किया हो। साथ ही कभी चोरी डकैती ना की हो।