बेतिया में तेज़ रफ्तार ट्रक ने 50 वर्षीय महिला को कुचला, मौके पर ही दर्दनाक मौत सहरसा में 25 हजार का इनामी अपराधी अजय दास गिरफ्तार, हथियार तस्करी में था वांछित TCH EduServe में शिक्षक भर्ती 4.0, CTET, STET, SSC और बैंकिंग के लिए नया बैच शुरू, मिलेगी मुफ्त टेस्ट सीरीज और विशेष छूट लग्ज़री लाइफ की चाह में मां बनी हैवान: बेटी की हत्या कर शव को बेड में छिपाया, फिर प्रेमी के साथ की अय्याशी Bihar Crime News: बिहार में अजब प्रेम की गजब कहानी, पांच बच्चों की मां बॉयफ्रेंड संग फरार; बेटी के गहने भी ले गई साथ Bihar Crime News: बिहार में अजब प्रेम की गजब कहानी, पांच बच्चों की मां बॉयफ्रेंड संग फरार; बेटी के गहने भी ले गई साथ विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में सख्ती: भू-माफिया और तस्करों पर कसेगा शिकंजा Bihar Crime News: बिहार में रेलकर्मी की चाकू मारकर हत्या, रेलवे ट्रैक पर शव मिलने से सनसनी Bihar Politics: बिहार से युवाओं का पलायन कब रुकेगा? दौरे से पहले पीएम मोदी से प्रशांत किशोर का तीखा सवाल Bihar Politics: बिहार से युवाओं का पलायन कब रुकेगा? दौरे से पहले पीएम मोदी से प्रशांत किशोर का तीखा सवाल
1st Bihar Published by: Updated Sun, 26 Dec 2021 02:23:05 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के आवास पर 27 दिसंबर को भोज का आयोजन किया गया है। दोपहर 12 बजे होने वाले ब्राह्मण-दलित भोज के आयोजन को लेकर पटना में पोस्टर लगाया गया है तो वही दूसरी ओर 27 दिसंबर को ही पटना के विजय राघव मंदिर में शाम 6 बजे 51 पंडितों द्वारा बगलामुखी जाप किया जाएगा। मंदिर के पंडितों का कहना है कि जीतन राम मांझी को भगवान सद्बुद्धि दें इसे लेकर यह जाप किया जा रहा है।
पटना स्थित विजय राघव मंदिर के पुजारी संजय तिवारी 51 पंडितों के साथ बगलामुखी जाप करने जा रहे हैं। जिस दिन जीतन राम मांझी द्वारा आयोजित ब्राह्मण-दलित भोज होगा उसी दिन यह जाप भी पंडितों द्वारा किया जाएगा। पंडित संजय तिवारी कहते हैं कि कौन ब्राह्मण मांस-मछली खाएगा और कौन नहीं यह तय करने का अधिकार मांझी जी को किसने दे दिया।
संजय तिवारी कहते हैं कि हमलोग तो प्याज और लहसुन भी खाने वाले नहीं हैं। बात यदि उनके भोज में जाने की तो जो... (अपशब्द) वही न मांझी जी के यहां जाएंगा। यह काफी पहले से ही चला आ रहा है कि जो चुहा खाता है उसके यहां ब्राह्मण खाना खाने नही जाएंगे। यह परंपरा तो शुरू से ही है वही रहेगी भी।
गौरतलब है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के आवास पर 27 दिसंबर को भोज का आयोजन किया गया है। एक कार्यक्रम में ब्राह्मणों के बारे में आपत्तिजनक बयान देने के बाद उन्होंने गुरुवार को इस भोज के आयोजन की जानकारी दी थी।
अब सोमवार को होने वाले कार्यक्रम का नाम बदलकर ब्राह्मण- दलित एकता भोज रख दिया गया है। हालांकि इससे पहले ब्राह्मण-पंडित भोज का नाम इसे दिया गया था। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की ओर से इस भोज में शामिल होने के लिए ब्राह्मणों और पंडितों को सशर्त न्योता दिया गया था।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी की ओर से कहा गया था कि भोज में वैसे ही ब्राह्मण और पंडित शामिल हो सकते हैं जिन्होंने मांस और मदिरा का कभी सेवन ना किया हो। साथ ही कभी चोरी डकैती ना की हो।