ब्रेकिंग न्यूज़

SAHARSA: पुलिस की तत्परता से टली बड़ी घटना, कार्बाइन के साथ बाईक सवार गिरफ्तार Bihar Crime News: क्रिकेट खेलने के बहाने बुलाया और चाकू से गोद डाला, बीच सड़क पर चाकूबाजी की घटना से हड़कंप Bihar Crime News: क्रिकेट खेलने के बहाने बुलाया और चाकू से गोद डाला, बीच सड़क पर चाकूबाजी की घटना से हड़कंप Bihar Crime News: जीतन राम मांझी की पार्टी के नेता का अपहरण, बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर घर से उठाया दिल्ली सड़क हादसे में इमामगंज के 4 लोगों की मौत पर रितु प्रिया चौधरी ने जताया दुख, परिजनों से की मुलाकात, बोलीं..घटना का मुख्य कारण पलायन Ara News: आरा में छात्र प्रोत्साहन कार्यक्रम का हुआ आयोजन, अजय सिंह ने 201 विद्यार्थियों को सौंपी सहायता राशि Ara News: आरा में छात्र प्रोत्साहन कार्यक्रम का हुआ आयोजन, अजय सिंह ने 201 विद्यार्थियों को सौंपी सहायता राशि Vende Bharat Train: वंदे भारत समेत दो नई गाड़ियों का परिचालन होगा शुरू, पीएम मोदी हरी झंडी दिखाकर करेंगे रवाना Vende Bharat Train: वंदे भारत समेत दो नई गाड़ियों का परिचालन होगा शुरू, पीएम मोदी हरी झंडी दिखाकर करेंगे रवाना Tej Pratap Yadav Controversy: तेजप्रताप के समर्थन में उतरे पप्पू यादव, बताया धन्यवाद का पात्र; लालू से की यह अपील

मंत्री लेसी सिंह को स्पीकर ने फिर लगाई फटकार, भाई वीरेंद्र पर 'जबरदस्ती' करने का लगाया था आरोप

1st Bihar Published by: Updated Fri, 25 Mar 2022 11:37:45 AM IST

मंत्री लेसी सिंह को स्पीकर ने फिर लगाई फटकार, भाई वीरेंद्र पर 'जबरदस्ती' करने का लगाया था आरोप

- फ़ोटो

PATNA: बिहार विधानसभा में आज फिर अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा नीतीश सरकार की मंत्री पर बिफर गये. दरअसल, राजद विधायक भाई वीरेन्द्र ने सीएजी की रिपोर्ट के माध्यम से खाद्य आपूर्ति विभाग में बड़ी गड़बड़ी की ओर इशारा किया. राजद विधायक ने कहा कि विभाग में 2013-14 से 2017-18 तक ऑडिट नहीं होने की वजह और अधिकारियों की गलती से बिहार को 48 करोड़ रू से ब्याज भऱना पड़ा है. उपयोगिता प्रमाण पत्र सही समय पर नहीं दिया गया. इस वजह से बिहार का भारी नुकसान हुआ. 


इस पर खाद्य आपूर्ति विभाग के मंत्री लेसी सिंह ने कहा कि सीएजी की रिपोर्ट ही गलत है. जहां तक केंद्र को उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं देने की बात है तो अगले वित्तीय वर्ष में ऑडिट कराकर रिपोर्ट केंद्र को भेज दी जायेगी. मंत्री करीब 13 मिनट तक सदन में जवाब पढ़ती रहीं. लेकिन इसके बाद भी न प्रश्नकर्ता संतुष्ट हुए और न अध्यक्ष.


अध्यक्ष ने मंत्री को डांट लगाई कि आपके अधिकारी बिना गंभीरता से जबाब दिए है. यह आसन के समय बर्बाद करने वाला जवाब है. कैग की रिपोर्ट आपने पढ़ी लेकिन यह तो विधानसभा के लोक लेखा समिति के पास है. अध्यक्ष ने साफ कर दिया कि मंत्री के जवाब के वजह से आज अल्पसूचित प्रश्न समय खत्म हो गया.


वहीं मंत्री के जवाब पर भाई विधायक ने कहा कि मंत्री का जवाब भ्रामक है. मंत्री सदन को गुमराह कर रहे हैं. हम मंत्री से जबरदस्ती नहीं कर सकते. हमने कभी उनसे जबरदस्ती की है क्या? इसके बाद राजद विधायक सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर हंगामा करने लगे. बढ़ते हंगामे को देखकर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दिया.