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1st Bihar Published by: JITENDRA Updated Sun, 03 Oct 2021 04:00:50 PM IST
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BEGUSARAI: बेगूसराय के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाये। परिजनों का आरोप है कि पैसे का इंतजाम नहीं होने पर अस्पताल प्रशासन ने मरीज का इलाज करना बंद कर दिया। जिसके कारण मरीज की मौत हो गई। हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने मरीज के परिजनों के इन आरोपों को गलत बताया। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि पैसे को लेकर मरीज का इलाज बंद नहीं किया गया था बल्कि महिला की तबीयत अचानक बिगड़ गयी थी जिसके कारण उसकी मौत हो गयी। हंगामे की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझाने की काफी कोशिश की। परिजन नर्सिंग होम पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
यह पूरा मामला बेगूसराय के आईएमए पथ स्थित अमर ज्योति अस्पताल का है। मृतका बेगूसराय के तेघड़ा थानाक्षेत्र के बरौनी बागमारा निवासी सुनील दास पत्नी थी। 30 वर्षीय पूनम देवी दो बच्चों की मां थी। ब्लड प्रेशर लो होने की वजह से शनिवार को उसकी तबीयत खराब हो गयी थी।
जिसके बाद परिजन उसे लेकर आईएमए पथ स्थित अमर ज्योति अस्पताल पहुंचे जहां महिला को एडमिट कराया गया। जहां आईसीयू में महिला को रखा गया था। पैसे की कमी की वजह से परिजन मरीज को दूसरे अस्पताल में ले जाना चाहते थे।
परिजनों ने इस बात की सूचना अस्पताल प्रबंधन को भी दी लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने पूरा पैसा जमा करने की बात कही। मृतका के परिजनों ने यह भी बताया कि बिना पेमेंट किए पेसेन्ट को अस्पताल प्रबंधन छोड़ने को तैयार नहीं हुए और पैसों की मांग पर अड़ गये। पैसा जमा नहीं करने के कारण मरीज का इलाज बंद कर दिया गया। जिसके कारण मरीज ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने मरीज के परिजनों के इन आरोपों को गलत बताया। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि पैसे को लेकर मरीज का इलाज बंद नहीं किया गया था बल्कि महिला की तबीयत अचानक बिगड़ गयी थी जिसके कारण उसकी मौत हो गयी।
मरीज की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने नर्सिंग होम में हंगामा शुरू कर दिया। परिजन नर्सिंग होम पर कार्रवाई की मांग पर अड़ थे। हंगामें की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद लोगों को समझा बुझाकर शांत कराया। फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।