Bihar Election 2025: "न पार्टी, न सिंबल..." फिर भी सिल गया कुर्ता और पक गई सियासी मिठाई, ‘छोटे सरकार’ के नामांकन की तैयारी पूरी पाकिस्तानी PM के सामने ट्रंप ने कर दी Narendra Modi की तारीफ, कहा "भारत महान देश, मेरे अच्छे दोस्त मोदी का काम शानदार.." रणजी ट्रॉफी में बिहार की ओर से धमाल मचाते नजर आएंगे Vaibhav Suryavanshi, मिली यह विशेष जिम्मेदारी Upcoming Releases: दिवाली वीक में फिल्मी तड़का, ओटीटी और सिनेमा घरों में होगा फुल ऑन एंटरटेनमेंट, जाने कब और कौन सी मूवी होगी रिलीज Bihar Election 2025: BJP के चाणक्य खुद उतरेंगे मैदान में, आखिर तीन दिनों तक क्यों करेंगे कैंप; अंदरखाने यह चर्चा तेज Bihar Election 2025: तेजस्वी यादव फिर राघोपुर से आजमाएंगे किस्मत, इस दिन करेंगे नामांकन; महागठबंधन में सीट बंटवारे की घोषणा आज? Parlour Stroke Syndrome: सुंदरता की चाह में स्वास्थ्य से न हो समझौता Bihar Election 2025: RJD नेता ने इशारों ही इशारों में दिया अलग राह तलाशने के संकेत, कांग्रेस ने कहा - आंखों में पानी लेकर बुझाएं आग Bihar Weather: मानसून के जाते ही बिहार में ठंड की जोरदार एंट्री, इस बार टूटेगा कई दशकों का रिकॉर्ड BETTIAH: दो युवकों को पेड़ से बांधकर पीटा गया, बैटरी चोरी का आरोप, वीडियो वायरल
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 09 Nov 2023 03:55:59 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शीतकालीन सत्र के चौथे दिन आरक्षण संशोधन विधेयक पर जिस तरीके से पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की बेइज्जती कि मांझी ने उसपर नाराजगी जताई है। सदन के बाहर आए जीतन राम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार अपनी मर्यादा की सीमा लांघ गए हैं।
दरअसल, विधानसभा में आज आरक्षण संशोधन विधेयक पर चर्चा हो रही थी। सदन में मुख्यमंत्री के बोलने के बाद पूर्व सीएम जीतन राम मांझी आरक्षण विधेयक पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बेशक आरक्षण को बढ़ा दीजिए लेकर उसे धरातल पर उतरना चाहिए। इस दौरान मांझी ने जातीय गणना के आंकड़ों पर सवाल उठाए जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़क गए और अपनी जगह खड़े होकर जीतन राम मांझी को जो नहीं कहना चाहिए वह भी कह गए।
आपे से बाहर हुए सीएम नीतीश ने कहा कि, 'आपको बात नहीं समझ में आ रहा है.. आपको कोई आइडिया है.. ये तो मेरी गलती है कि इस आदमी को मैंने मुख्यमंत्री बना दिया था.. कोई सेंस नहीं है इसको..ऐसे ही बोलते रहता है.. कोई मतलब नहीं है.. हम कह रहे थे कि आपही लोगों के साथ रहिए और भागकर चला आया था सात पार्टी में.. यही जानकर हम भगा दिए उधर..सारे लोग समर्थन कर रहे हैं.. इसको कोई सेंस है.. भूलिए मत 13 में जब आप लोगों को छोड़ दिए थे.. और इ अकेले थे तो हम इसको बना दिए.. जितना हमारी पार्टी का लोग था सब हमको दो ही महीना में कहने लगा कि इ गड़बड़ है... इसको हटाइए.. अंत में हमको बाध्य किया तो फिर हम बन गए थे.. और कहता रहता है कि ये भी मुख्यमंत्री थे.. ये कहां मुख्यमंत्री था ये तो मेरी मुर्खता से मुख्यमंत्री बना'।
सीएम की बातों से मर्माहत जीतन राम मांझी ने सदन से बाहर निकलने के बाद सीएम की बातों पर नाराजगी जताई और कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मर्यादा को लांघ रहे हैं। हम उनसे चार साल बड़े हैं और राजनीतिक जीवन में भी वो 1985 में आए, हम 90 से ही राजनीति कर रहे हैं। हम हर मामले में उनसे सीनियर हैं और तुम तड़ाक बोलना ठीक नहीं है। जीतन राम मांझी ने कहा कि जिस व्यक्ति का दिमाग ही खत्म हो गया है, उसके बारे क्या कहा जा सकता है।