PATNA: बिहार में विधान परिषद की 24 सीटों पर होने जा रहे चुनाव को लेकर जेडीयू-बीजेपी ने सीटों का बंटवारा कर लिया. सीट बंटवारे का एलान करते समय बीजेपी और जेडीयू ने कहा कि वे मुकेश सहनी औऱ जीतन राम मांझी की पार्टी के लिए एक भी सीट नहीं छोड़ रहे हैं लेकिन उन्हें समझा लेंगे. विश्वास में ले लेंगे. दो घंटे बाद ही बीजेपी-जेडीयू का विश्वास टूट गया. मुकेश सहनी की पार्टी ने बिहार की सभी 24 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है. हालांकि मांझी की पार्टी सरेंडर करने की मुद्रा में दिख रही है.
मुकेश सहनी का एलान
मुकेश सहनी की पार्टी ने NDA में सीट बंटवारे के दो घंटे बाद बयान जारी किया. बीजेपी से सवाल पूछा-सहयोगी पार्टी को फैसला लेने से पहले विश्वास में लिया जाता है या फिर फैसला लेकर विश्वास में लिया जाता है. वीआईपी के प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि उनकी पार्टी किसी विश्वास में आने वाली नहीं है. वह बिहार में एमएलसी की सभी 24 सीटों पर मजबूती से अपना उम्मीदवार खड़ा करेगी. वीआईपी पार्टी ने कहा कि बीजेपी को एमएलसी चुनाव में सीट बंटवारे से पहले निषाद आरक्षण पर जवाब देना चाहिये.
मांझी की पार्टी का सरेंडर
उधर सीट बंटवारे से पहले बड़े दावे कर रहे जीतन राम मांझी की पार्टी ने सरेंडर कर दिया है. मांझी की पार्टी के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि उनकी पार्टी ने सीट बंटवारे में दो सीटों की मांग की थी. उनकी मांग को नकार दिया गया इससे हम पार्टी आहत है. लेकिन एमएलसी चुनाव में दो सीटों के लिए हम पार्टी बिहार में एनडीए को नहीं तोड़ेगी. बिहार में वह एनडीए गठबंधन औऱ सरकार में बनी रहेगी.