Bihar News: बिहार के इन जिलों में इंडस्ट्रियल हब का निर्माण, रोजगार की आने वाली है बाढ़.. Bihar News: बिहार के इन जिलों में एयरपोर्ट का निर्माण, गया हवाई अड्डे को बनाया जाएगा इस मामले में खास.. ISM पटना में व्याख्यान का आयोजन: इसके माध्यम से युवाओं को मिला लैंगिक संवेदनशीलता का संदेश Bihar Cabinet Meeting: नीतीश कैबिनेट का बड़ा फैसला...इस विभाग में 459 लिपिक की होगी बहाली..इन आंदोलनकारियों की पेंशन राशि में भारी वृद्धि अररिया में लूट की कोशिश नाकाम: एक्सीडेंट में घायल हुए दो बदमाश, ग्रामीणों ने हथियार के साथ पकड़ा Bihar Education News: 1st Bihar की खबर का बड़ा असर, भ्रष्टाचार में लिप्त A.E. की सेवा होगी समाप्त.. शिक्षा विभाग को भेजा गया प्रस्ताव, करप्शन की जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी Patna News: पटना में स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, ड्रोन से होगी निगरानी Patna News: पटना में गंदगी फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई, इस दिन से अभियान शुरू Janmashtami 2025: जन्माष्टमी पर क्यों तोड़ी जाती है दही हांडी? जानिए... इस परंपरा का इतिहास और महत्व Bihar News: बिहार में मिला इतने हजार करोड़ का खनिज, खजाने की ई-नीलामी की तैयारी में जुटी केंद्र सरकार
1st Bihar Published by: HIMANSHU Updated Thu, 30 Apr 2020 06:41:10 PM IST
- फ़ोटो
MOTIHARI : कोरोना संकट की महामारी में स्वास्थ्यकर्मियों को काफी परेशानी हो रही है. कई जिलों से लगातार ऐसी ख़बरें सामने आ रही हैं कि मेडिकल स्टाफ को पीपीई किट और मास्क मुहैया नहीं कराया गया है. ताजा मामला पूर्वी चंपारण जिले के मोतिहारी का है. जहां स्वास्थ्यकर्मियों ने सीएम दफ्तर के सीएस कार्यालय के बाहर तालाबंदी कर जमकर विरोध जताया और वेतन भूहतान करने की मांग की.
मोतिहारी सदर अस्पताल के बाहर हंगामा कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों का कहना है कि जीवनरक्षक मास्क विभाग अपने कर्मियों को नहीं दे पा रही है. दस महिने पहले हाईकोर्ट के आदेश पर नियुक्त चतुर्थवर्गीय कर्मियों के सामने भूखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. इन्हें नियुक्ति के बाद वेतन का भुगतान नहीं हुआ है. कर्मियों के प्रदर्शन के दौरान सिविल सर्जन कार्यालय में पहूंचे, जिनकी गाड़ी के आगे लेटकर उन्होंने सीएस का रास्ता रोका. इस दौरान सिविल सर्जन ने कर्मचारी नेताओं को वार्ता के लिए कार्यालय कक्ष में आने को कहा लेकिन वे मांग पर डटे रहे.
कर्मचारी उमेश कुमार का कहना है कि कोरोना के वायरस से कर्मी बगैर सुरक्षा कीट और भूखे पेट लड़ रहे हैं. लेकिन सरकार के किसी भी पदाधिकारी को चिंता नहीं है. उन्होंने कहा कि कोर्ट के आदेश पर पूर्वी चम्पारण में 108 लोगों की नियुक्ति चतुर्थवर्गीय कर्मी के रुप में किया गया,जिनके सभी कागजों का वेरिफिकेशन के बाद भी वेतन का भुगतान नहीं शुरु किया जा सका है. भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री महेश प्रसाद सिंह ने कहा कि वेतन के आभाव में परिवार के सदस्यों को भूखे रहना पड़ रहा है. जबकि इन कर्मियों की पदस्थापना प्रखंडों के पीएचसी में किया गया है, जिन्हें कोरोना महामारी के समय में मोतिहारी के सदर अस्पताल और क्वारंटाइन सेन्टरों में पदस्थापित किया गया है.