Bihar News: गड्ढे में डूबकर एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत, खेलते समय हुआ हादसा पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा ने पूर्णिया एयरपोर्ट का लिया जायजा, कहा..केंद्र और राज्य सरकार ने किया वादा पूरा BIHAR NEWS : समस्तीपुर में बवाल: पति-पत्नी की मौत से आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर किया हमला, गाड़ी पलटी Voter Adhikar Yatra: पटना में रैली नहीं, पदयात्रा करेंगे राहुल गांधी और तेजस्वी यादव – वोटर अधिकार यात्रा का बदला समापन प्लान ROAD ACCIDENT : सड़क हादसे में बाइक सवार युवक की मौत, परिवार वालों ने लगाया हत्या का आरोप ROAD ACCIDENT : कोचिंग पढ़ कर घर लौट रहे युवक की सड़क हादसे में मौत, परिजनों ने रखी यह मांग Road Accident: रील बनाते वक्त हुआ सड़क हादसा, दो युवकों की मौत, एक गंभीर घायल IAS Officer : जानिए कौन है डिप्टी सीएम की बेटी के साथ शादी रचाने जा रहे IAS ऑफिसर,पहली बार में ही मिल गई थी सफलता BCCI Pension Scheme: क्रिकेटर को संन्यास के बाद BCCI कितनी देती है पेंशन? जानिए... पूरी डिटेल Bihar land mutation online : “बिहार में जमीन म्यूटेशन का नया सिस्टम लॉन्च, अधिग्रहण के साथ ही होगा दाखिल-खारिज”
1st Bihar Published by: Updated Tue, 13 Dec 2022 07:27:15 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: नगर निकाय चुनाव को लेकर पटना हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गयी है। याचिकाकर्ता सिद्धार्थ शंभू ने CM नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आदेश जारी करने की मांग पटना हाईकोर्ट से की।
सिद्धार्थ शंभू ने अपनी याचिका में इस बात का जिक्र है कि राज्य सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। निकाय चुनाव की घोषणा के बावजूद विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा है। जो आचार संहिता का उल्लंघन का मामला है।
बता दें कि स्थानीय निकाय, नगरपालिका में वार्ड सदस्यों समेत अन्य पदों के लिये होने वाले चुनाव में आचार संहिता लागू करने, निष्पक्ष चुनाव के लिए रिट याचिका दायर की गयी है। याचिकाकर्ता का कहना है कि सरकार, मंत्रियों, विधानसभा व विधान परिषद के सदस्यों समेत अधिकारियों द्वारा सत्ता पक्ष महागठबंधन से जुड़े उम्मीदवारों को फायदा पहुंचाया जा सकता है। याचिकाकर्ता सिद्धार्थ शंभू ने बताया कि सत्ता का दुरुपयोग राज्य सरकार कर रही है।
याचिकाकर्ता का यह भी कहना है कि 27 नवंबर को राजगीर में गंगा वाटर सप्लाई स्कीम योजना का उद्घाटन, राजकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल का नालंदा में 12 दिसंबर को उद्घाटन किया गया वहीं 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री की उपस्थिति में नियुक्ति पत्र वितरण सह उन्मुखीकरण कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ जो कथित रूप से आचार संहिता का उल्लंघन है।
याचिकाकर्ता ने कोर्ट से अनुरोध किया कि इस गैरकानूनी काम को करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में प्राथमिकी दर्ज की जाये।