पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा ने पूर्णिया एयरपोर्ट का लिया जायजा, कहा..केंद्र और राज्य सरकार ने किया वादा पूरा BIHAR NEWS : समस्तीपुर में बवाल: पति-पत्नी की मौत से आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर किया हमला, गाड़ी पलटी Voter Adhikar Yatra: पटना में रैली नहीं, पदयात्रा करेंगे राहुल गांधी और तेजस्वी यादव – वोटर अधिकार यात्रा का बदला समापन प्लान ROAD ACCIDENT : सड़क हादसे में बाइक सवार युवक की मौत, परिवार वालों ने लगाया हत्या का आरोप ROAD ACCIDENT : कोचिंग पढ़ कर घर लौट रहे युवक की सड़क हादसे में मौत, परिजनों ने रखी यह मांग Road Accident: रील बनाते वक्त हुआ सड़क हादसा, दो युवकों की मौत, एक गंभीर घायल IAS Officer : जानिए कौन है डिप्टी सीएम की बेटी के साथ शादी रचाने जा रहे IAS ऑफिसर,पहली बार में ही मिल गई थी सफलता BCCI Pension Scheme: क्रिकेटर को संन्यास के बाद BCCI कितनी देती है पेंशन? जानिए... पूरी डिटेल Bihar land mutation online : “बिहार में जमीन म्यूटेशन का नया सिस्टम लॉन्च, अधिग्रहण के साथ ही होगा दाखिल-खारिज” Bihar Crime News: दूध लाने जा रहे युवक को बदमाशों ने मारी गोली, मां को फोन पर कहा- “मम्मी मुझे गोली लगी है”
1st Bihar Published by: Updated Tue, 03 Jan 2023 11:41:11 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : पूर्व मंत्री और आरजेडी के विधायक सुधाकर सिंह के बहाने तेजस्वी यादव से सवाल पूछने वाले जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने नए साल में बिहार की सियासत को गरमा रखा है। बिहार में तापमान भले ही लगातार नीचे जा रहा हो लेकिन सियासी पारा अगर चढ़ा हुआ है तो इसके पीछे सबसे बड़ी वजह उपेंद्र कुशवाहा हैं। उपेंद्र कुशवाहा फिलहाल जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हैं और नीतीश कुमार को लेकर आरजेडी विधायक की टिप्पणी के बहाने उन्होंने तेजस्वी से सवाल पूछ खुद को चर्चा में ला दिया है। हर तरफ कुशवाहा की चर्चा हो रही है लेकिन फर्स्ट विहार आपको बताने जा रहा है कि कुशवाहा इससे एक कदम और आगे बढ़ कर नए साल में सियासी सरगर्मी को और बढ़ाने की तैयारी में जुट गए हैं।
उपेंद्र कुशवाहा की राजनीति बेहद अप्रत्याशित रही है। कुशवाहा कब कौन सा फैसला कर लें यह कोई नहीं जानता। 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार ने कुशवाहा को इस बात के लिए राजी कर लिया कि वह अपनी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का जेडीयू में विलय कर दें। इसके बाद नीतीश ने उन्हें पार्टी के संसदीय बोर्ड अध्यक्ष बनाया। तब राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा होती रही कि कुशवाहा नीतीश कुमार के उत्तराधिकारी हो सकते हैं। यह वह दौर था जब आरसीपी सिंह नीतीश कुमार से दूर जा रहे थे और कुशवाहा नजदीक आ चुके थे लेकिन अचानक से बिहार में सियासी समीकरण बदला और तेजस्वी नीतीश के साथ आ गए। नीतीश अब खुले तौर पर यह कहते नहीं थकते कि तेजस्वी को ही आगे सब कुछ संभालना है। ऐसे में कुशवाहा के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपनी राजनीति को जिंदा रखने की है। नीतीश कुमार के सम्मान के सवाल पर ही कुशवाहा ने इस बार तेजस्वी को घेरा है।
फर्स्ट बिहार को जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक उपेंद्र कुशवाहा 14 जनवरी यानी मकर संक्रांति के मौके पर बिहार में राजनीतिक जुटान करने की तैयारी में हैं। पटना में कुशवाहा दही-चूड़ा भोज का आयोजन करेंगे। ऐसा नहीं है कि बिहार में पहली बार इस तरह का आयोजन हो रहा है, इसके पहले भी राजनेताओं की तरफ से दही-चूड़ा भोज का आयोजन होता रहा है लेकिन कुशवाहा का यह आयोजन कई मायनों में खास होगा। अगर जेडीयू की बात करें तो पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह अरसे से दही चुडा भोज का आयोजन करते रहे हैं। ऐसे में कुशवाहा अगर अपनी तरफ से ऐसे भोज का आयोजन करने जा रहे हैं तो इसका मकसद कहीं न कहीं सियासी भी हो सकता है। जानकार बता रहे हैं कि कुशवाहा की तरफ से आयोजित होने वाले इस दही चुडा भोज में जेडीयू के तमाम सांसदों और विधायकों के अलावे समता पार्टी के दौर से जुड़े रहे पुराने नेताओं कार्यकर्ताओं और समर्थकों को भी न्योता दिया जाएगा। इतना ही नहीं राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के दौर से जो लोग कुशवाहा के साथ जुड़े रहे उन्हें भी इस दावत में शामिल होने के लिए बुलाया जाएगा, यानी कुल मिलाकर उपेंद्र कुशवाहा मकर संक्रांति के मौके पर सूर्य की दिशा बदलने के साथ बिहार की सियासी दिशा को कहीं न कहीं प्रभावित करने की कोशिश करेंगे।