ब्रेकिंग न्यूज़

FASTag New Toll Policy: ₹3,000 का पास लीजिए और साल भर रहिए टोल की चिंता से मुक्त, केंद्र सरकार की इस पॉलिसी से करोड़ों लोगों को राहत IPL 2025: प्लेऑफ्स से पहले RCB के लिए खुशखबरी, चैंपियन गेंदबाज ने किया टीम में वापस लौटने का ऐलान Bihar News: बिहार सरकार का बड़ा फैसला, शादी का निबंधन अब आसान; लागू होगा हिंदू विवाह अधिनियम 1955 India: अर्थव्यवस्था के मामले में अब भारत से आगे मात्र 3 देश, तीसरे पायदान तक जाने में नहीं लगेगा ज्यादा समय Bihar Rain: आज इन जिलों में बारिश-वज्रपात की संभावना, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट, लोगों से विशेष अपील छपरा में हत्या के बाद शव को फ्लाईओवर के नीचे फेंका, जेल में तैनात सिपाही पर मर्डर का आरोप BIHAR CRIME: मुजफ्फरपुर की बेटी की शिवहर में हत्या, हत्यारा पति गिरफ्तार वाल्मीकिनगर में VIP आईटी सेल की बैठक में चुनाव को लेकर बनी रणनीति, पार्टी प्रमुख ने सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर दिया जोर Bihar Crime News: रेप और मर्डर केस के दोषी को उम्रकैद की सजा, भारतीय न्याय संहिता के तहत भोजपुर में आया पहला बड़ा फैसला BIHAR: छपरा में गैंगरेप के बाद 9 साल की बच्ची की निर्मम हत्या, स्कूल से घर लौटने के दौरान 5 बहसी दरिंदों ने दिया घटना को अंजाम

नीतीश जी, अब शिक्षकों को बालू माफियाओं को पकड़ने में भी लगाइये: बीजेपी के बड़े नेता ने की मांग

1st Bihar Published by: Updated Sun, 30 Jan 2022 03:16:45 PM IST

नीतीश जी, अब शिक्षकों को बालू माफियाओं को पकड़ने में भी लगाइये: बीजेपी के बड़े नेता ने की मांग

- फ़ोटो

PATNA: बिहार सरकार ने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को शराब पीने और बेचने वालों की सूचना देने का काम सौंपा है, जिसके बाद हंगामा मचा हुआ है. अब बिहार बीजेपी के एक सीनियर नेता ने बड़ी मांग रख दी है. बीजेपी नेता ने नीतीश कुमार से मांग किया है कि शिक्षकों को बालू माफियाओं को पकडने के काम में भी लगा देना चाहिये क्योंकि बिहार पुलिस ने बालू माफिया कंट्रोल नहीं हो रहे हैं.


नवल किशोर यादव ने की मांग

बिहार विधान परिषद में बीजेपी दल के नेता नवल किशोर यादव ने ये मांग की है. नवल किशोर यादव ने शिक्षकों को शराब माफियाओं की मुखबिरी करने के सरकारी आदेश पर कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा कि बिहार के शिक्षकों को पढ़ाने के अलावा सरकार ने पहले से 17 काम दे रखा है. उन्हें अंडा खरीदने, बोरा बेचने, नैपकिन बांटने, चावल खरीदने, दवा बांटने जैसे लगभग डेढ़ दर्जन काम मिले हुए हैं. सरकार ने उन्हें ये भी काम दे रखा है कि जो खुले में शौच करते हैं उनकी फोटो खींचे. 


नवल किशोर यादव ने कहा कि जब सरकार से पूछा जाता है कि शिक्षकों को क्या ये सब काम दिया जाता है तो सरकार कहती है कि वे प्रबुद्ध हैं इसलिए उन्हें ये काम दिया जा रहा है. तो क्या शिक्षक शौच कर रहे लोगों की फोटो खींचने, अंडा खरीदने औऱ शराब माफियाओं से मार खाने के लिए प्रबुद्ध हैं. अगर शिक्षक प्रबुद्ध हैं तो उन्हें वैसा काम सौंपिये.


पुलिस का कंट्रोल शिक्षकों के हाथों में सौंपिये

नवलकिशोर यादव ने कहा कि अगर शिक्षकों को सरकार प्रबुद्ध मानती है तो उन्हें पुलिस हेडक्वार्टर में बिठाये. बिहार पुलिस से क्राइम कंट्रोल नहीं हो रहा है, शिक्षक उसे कंट्रोल करवा देंगे. सचिवालय से लेकर ब्लॉक ऑफिस तक रिश्वतखोरी हो रही है, उसे पकड़ने के लिए जो सरकारी एजेंसी है वहां भी शिक्षकों को लगा दीजिये. बालू माफिया पर सरकार कंट्रोल नहीं कर पा रही है, वहां भी बिहार के सारे कुलपतियों को लगा दीजिये, क्योंकि वे प्रबुद्ध हैं इसलिए कंट्रोल कर कर लेंगे. 


नवलकिशोर यादव ने कहा कि सरकारी शिक्षकों को शराब की सूचना देने वाला सरकार का आदेश तत्काल वापस लेना चाहिये. बिहार सरकार को शिक्षकों को पढ़ाने के अलावा दूसरे किसी में नहीं लगाना चाहिये.