PATNA : पार्टी से लेकर परिवार तक में टूट के बाद चिराग पासवान भले ही एनडीए गठबंधन से दूर जा चुके हैं लेकिन समर्थकों की नजर में चिराग सीएम मटेरियल है चिराग पासवान के लिए आज बापू सभागार में जो नारेबाजी हुई वह यही बताती है। मौका था उनकी पार्टी की तरफ से पटना के बापू सभागार में आयोजित अंबेडकर जयंती का। कार्यक्रम के मंच पर चिराग पासवान जैसे ही पहुंचे नारेबाजी शुरू हो गई। समर्थकों ने नारा लगाया.. हमारा मुख्यमंत्री कैसा हो, चिराग पासवान जैसा हो। इसके बाद चिराग पासवान ने अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों का अभिवादन कबूल किया। चिराग पासवान के संबोधन में एक तरफ जहां उन्होंने बाबा साहब को याद किया तो वहीं दूसरी तरफ नीतीश को कोसना नहीं भूले।
पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों का जोश देखकर चिराग का हौसला भी बुलंद रहा। चिराग पासवान ने ऐलान कर दिया है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आधार खत्म हो चुका है और पूरा खेल जल्द ही खत्म हो जाएगा। चिराग ने कहा कि हमने नीतीश कुमार को हाफ पर ला दिया है और अगले चुनाव में वह साफ हो जाएंगे।
अंबेडकर जयंती के मौके पर चिराग पासवान की पार्टी ने 5 सूत्री प्रस्ताव भी पास किया। पहले प्रस्ताव में रामविलास पासवान की काह्र्चा हुई. रामविलास पासवान ने 5 दशक से ज्यादा अपना जीवन समाज के गरीब, शोषित एवं वंचित वर्ग के लोगों के उत्थान के लिए समर्पित किया। उन्होंने 6 प्रधानमंत्रियों के साथ केन्द्रीय मंत्री के तौर पर अहम विभागों की जिम्मेदारी संभालते हुए जनहित में कई अहम फैसले लिए देश निर्माण और भारतीय राजनीति में उनके योगदान को देखते हुए यह सभा प्रस्ताव पारित करती है कि पद्म भूषण रामविलास पासवान जी को देश के सर्वोच्च सम्मान "भारतरत्न" से सम्मानित किया जाए। लोकसभा सदस्य के तौर पर 9 बार बिहार की जनता ने उन्हें जीताकर भारत की संसद में भेजा 2 बार गिनीज बुक वर्लड रिकार्ड्स में उनका नाम सबसे अधिक मतों से जीतने वाले सांसद के तौर पर दर्ज किया गया। अपने अंतिम दिनों में राज्यसभा सांसद के तौर पर उन्होंने एक अमिट छाप छोड़ी। यह सभा प्रस्ताव पारित करती है कि संसदीय प्रणाली में पद्म भूषण आदरणीय रामविलास पासवान जी के योगदान को देखते हुए भारतीय संसद में उनकी आदमकद प्रतिमा लगायी जाए। प्रस्ताव पारित किया गया कि बिहार के विकास में अग्रणी भूमिका निभाने वाले तथा बिहार विधानसभा के सदस्य के रूप में असाधारण योगदान करने वाले पद्म भूषण एवं बिहार के सपूत रामविलास पासवान जी के सम्मान एवं उनकी स्मृति में विधानमंडल परिसर में उनकी प्रतिमा लगायी जाए. रामविलास पासवान की स्मृति में बिहार के हर जिले में उनकी प्रतिमा लगायी जाए. हाजीपुर से लंबे समय तक लोकसभा सदस्य रहने वाले और रेलमंत्री के रूप में यादगार भूमिका निभाने वाले रामविलास पासवान की स्मृति में हाजीपुर जंक्शन का नामकरण उनके नाम पर किया जाए।