BIHAR: अरवल से लूटी गई स्कॉर्पियो नालंदा से बरामद, दो महीने बाद मामले का हुआ उद्भेदन बगहा में नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप, चारों बहसी दरिंदों को पुलिस ने दबोचा SAHARSA: पुलिस की तत्परता से टली बड़ी घटना, कार्बाइन के साथ बाईक सवार गिरफ्तार Bihar Crime News: क्रिकेट खेलने के बहाने बुलाया और चाकू से गोद डाला, बीच सड़क पर चाकूबाजी की घटना से हड़कंप Bihar Crime News: क्रिकेट खेलने के बहाने बुलाया और चाकू से गोद डाला, बीच सड़क पर चाकूबाजी की घटना से हड़कंप Bihar Crime News: जीतन राम मांझी की पार्टी के नेता का अपहरण, बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर घर से उठाया दिल्ली सड़क हादसे में इमामगंज के 4 लोगों की मौत पर रितु प्रिया चौधरी ने जताया दुख, परिजनों से की मुलाकात, बोलीं..घटना का मुख्य कारण पलायन Ara News: आरा में छात्र प्रोत्साहन कार्यक्रम का हुआ आयोजन, अजय सिंह ने 201 विद्यार्थियों को सौंपी सहायता राशि Ara News: आरा में छात्र प्रोत्साहन कार्यक्रम का हुआ आयोजन, अजय सिंह ने 201 विद्यार्थियों को सौंपी सहायता राशि Vende Bharat Train: वंदे भारत समेत दो नई गाड़ियों का परिचालन होगा शुरू, पीएम मोदी हरी झंडी दिखाकर करेंगे रवाना
1st Bihar Published by: Updated Fri, 15 Apr 2022 08:02:32 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : दाखिल खारिज के मामलों का निपटारा सही समय पर नहीं करना पटना के सात सीओ को भारी पड़ गया है. पटना के डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह ने दाखिल खारिज और परिमार्जन में लापरवाही करने वाले सदस्यों के वेतन पर रोक लगा दी है. इसमें पटना सदर, फुलवारी शरीफ, धनरूआ, दानापुर, बिहटा, मनेर और संपतचक के सीईओ शामिल हैं.
डीएम कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक इसमें से चार अंचल ऐसे हैं जहां 80 फीसदी से कम दाखिल खारिज के मामलों का निपटारा हुआ. इसमें पटना सदर, दानापुर, संपतचक और धनरूआ अंचल शामिल है. बाकी तीन अंचल फुलवारी शरीफ, मनेर और बिहटा में 63 दिनों से अधिक 300 से ज्यादा आवेदन लंबित पाए गए.
पटना के डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक जिले में दाखिल खारिज के लिए 514539 आवेदन आए हैं इनमें से 456539 आवेदन यानी 89 फ़ीसदी आवेदन का निपटारा किया जा चुका है इसी तरह परिमार्जन के लिए 153304 आवेदन आए इनमें से 123192 आवेदन यानी तकरीबन 81 फ़ीसदी का निपटारा किया जा चुका है.
सात सीओ का वेतन रोके जाने के साथ-साथ पटना में एक शिक्षक को भी निलंबित किया गया है. डीएम के आदेश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने एक शिक्षक को निलंबित करने के साथ-साथ 7 शिक्षकों के वेतन पर रोक लगाया है. बुधवार को पंचायत स्तर पर की गई जांच के आधार पर यह कार्रवाई की गई है. वहीं एक आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका के मानदेय पर भी रोक लगाई गई है. इन सभी से स्पष्टीकरण मांगा गया है.