PATNA : राजनीति में परिवारवाद की चर्चा तो खूब होती है. लेकिन पासवान परिवार की एकजुटता की चर्चा बिहार के लिए कभी चर्चा का केंद्र रहा करती थी. पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन के बाद पासवान परिवार की एकजुटता भी तार-तार हो गई. चाचा पारस और भतीजे चिराग के बीच दूरी इतनी बढ़ी कि परिवार बिखर गया और साथ-साथ पार्टी भी. लेकिन अब एक बार फिर से पासवान परिवार में सब कुछ ठीक होने के संकेत मिल रहे हैं. चाचा पशुपति पारस पर भतीजे चिराग पासवान का मात्रक दिखते हैं. वही पारस भी केंद्र में मंत्री बनने के बाद भतीजे के खिलाफ बोलने से बचते हैं.
मंगलवार को जब चिराग पासवान पटना की सड़क पर उतरकर नीतीश सरकार के खिलाफ संघर्ष कर रहे थे उस वक्त उनके छोटे भाई और चाचा स्वर्गीय रामचंद्र पासवान के बेटे सांसद प्रिंस राज बड़ी मां से मुलाकात कर रहे थे. दरअसल सांसद और रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज अलौली स्थित अपने पैतृक गांव सहरबन्नी पहुंचे थे. सहरबन्नी में उन्होंने अपनी बड़ी मां से मुलाकात की. रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी पैतृक गांव में ही रहती हैं. और प्रिंस राज में उनसे मुलाकात कर आशीर्वाद लिया है. उन्होंने बड़ी मां के हाथों से बना खाना भी खाया है.
रामविलास पासवान की पहली शादी खगड़िया जिले के अलौली में हुई थी लेकिन उन्हें छोड़ के बाद में चिराग पासवान की मां रीना पासवान से दूसरी शादी कर ली. राजकुमारी देवी खगड़िया जिले के अलौली में ही रहती हैं. प्रिंस पासवान अपनी मां से मिलने के लिए पहुंचे.
प्रिंस से पहले चिराग पासवान कुछ दिन पहले ही अपनी मां से मिले थे और तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर सामने डाली थी लेकिन रिश्तो की कड़वाहट के बीच इस तरीके से से मुलाकात की है. उसके कई मायने निकाले जा रहे हैं.