ब्रेकिंग न्यूज़

जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय Bihar news: बिहार विधान परिषद में नौकरी करने का सुनहरा मौका, निकली इतने पदों पर भर्ती; जानिए कैसे करें आवेदन School Fees : स्कूलों में डिजिटल ट्रांसपेरेंसी का बड़ा कदम, अब UPI से होगी फीस पेमेंट; खत्म होंगी लंबी लाइनें Success Story: IFS ऑफिसर गीतिका की अनसुनी दास्तां, खुद को सोशल मीडिया से दूर कर कैसे किया कमाल? आप भी जानिए अनोखी ट्रिक

तो क्या इसी विकास के कारण किशनगंज में हारा NDA? तस्वीरें बयां कर रही कहानी

1st Bihar Published by: 2 Updated Tue, 09 Jul 2019 11:48:23 AM IST

तो क्या इसी विकास के कारण किशनगंज में हारा NDA? तस्वीरें बयां कर रही कहानी

- फ़ोटो

KISHANGANJ : बिहार में विकास के तमाम दावों के बीच आपको ये तस्वीर देखनी चाहिए. बिहार में लोकसभा की 40 सीटों में 39 पर एनडीए जीत दर्ज करता है लेकिन किशनगंज में उसे शिकस्त मिलती है. तो क्या किशनगंज में किए गए इस विकास की वजह से ही एनडीए वहां हार गया? ये तस्वीर किशनगंज की है. ये तस्वीर आपको यहां के हालत से वाकिफ करवा देगी. इलाका ठाकुरगंज प्रखंड के भोगडाबर पंचायत के NH327E नुरीचौक का है. सड़कों का ये हाल है कि मरीज को चारपाई पर लेकर अस्पताल जाना पड़ता है. खबर के मुताबिक मो. नुरुल को अचानक हार्ट अटैक आ जाता है वो छटपटाता है लेकिन सड़क की बदहाल के आगे बेबस लोग उसे चाईपाई पर अस्पताल ले जाने को मजबूर होते हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि सीएम नीतीश ने भले ही सड़क पक्कीकरण का वादा किया हो लेकिन हालात कैसे हैं ये किसी से छिपी नहीं है. खैर सिस्टम को नकार चुके लोगों ने खुद पर भरोसा किया और नुरुल को अस्पताल तक पहुंचा दिया. देखना है कि आगे भी सरकारी योजनाओं का यही हाल बना रहता है? किशनगंज से साजिद हुसैन की रिपोर्ट