PATNA: तीन दिन पहले लखनऊ में योगी आदित्यनाथ सरकार के शपथ ग्रहण समरोह में शामिल होने गये नीतीश कुमार की तस्वीर वायरल है. इसमें नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को झुक कर प्रणाम कर रहे हैं. नीतीश कुमार की इस तस्वीर को विधान परिषद में दिखाना राजद के सुनील सिंह के लिए बडा अपराध हो गया. उन्हें सदन से एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया है. उनके खिलाफ औऱ भी कार्रवाई होगी, सभापति ने इस मामले को आचार समिति को सौंप दिया है ताकि सुनील सिंह के खिलाफ औऱ सख्त कार्रवाई की जा सके।
दरअसल बिहार विधान परिषद में आज विनियोग विधेयक पर चर्चा हो रही थी. इसी बीच राजद के सुनील सिंह बोलने के लिए खड़ा हुए. सुनील सिंह ने सदन में उस तस्वीर को दिखाना शुरू कर दिया जिसमें नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को झुक कर प्रणाम करते नजर आ रहे हैं. नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की तस्वीर देख कर सत्ता पक्ष में सनसनी फैली. सभापति अवधेश नारायण सिंह ने सुनील सिंह को कहा कि वे तस्वीर दिखाना बंद करें।
लेकिन सुनील सिंह ने तस्वीर दिखाना बंद नहीं किया. सुनील सिंह कह रहे थे कि ये तस्वीर तमाम अखबारों से लेकर सोशल मीडिया पर वायरल है. जो तस्वीर सबके पास है उसे दिखाने पर सभापति को आपत्ति क्यों है. लेकिन सभापति की बेचैनी साफ झलक रही थी. उन्होंने सुनील सिंह को सदन से एक दिन के लिए निलंबित करने का एलान कर दिया. वहीं उनके मामले को आचार समिति को सौंपने का भी निर्देश दिया ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके. सभापति ने मीडिया को निर्देश दिया कि वे इस खबर को नहीं छापा जाये।
वहीं सुनील सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर प्रधानमंत्री के सामने झुके नीतीश कुमार की तस्वीर पर इतनी आपत्ति है तो अखबारों और न्यूज चैनल पर केस कर देना चाहिये. सब ने ये तस्वीर दिखायी है. सुनील सिंह ने कहा कि ये तस्वीर तो अखबारों में छपी है, उसी तस्वीर को मैंने दिखाया है. अखबार की खबर औऱ तस्वीर पर सदन में चर्चा होती है तभी मैने तस्वीर दिखायी थी. ये कोई ऐसी तस्वीर नहीं थी जिसे खींचने के लिए मैं कैमरा लेकर लखनऊ गया था।
सुनील सिंह ने कहा कि बीजेपी-जेडीयू का बहुमत है, उनके सभापति हैं. जो करना चाहें वे करें. सदन में जेडीयू-बीजेपी वाले चारा घोटाला बोलते हैं, कैदी नंबर बोलते हैं, राबड़ी देवी के बारे में बोलते हैं. वह सब आपत्तिजनक नहीं है. लेकिन अखबारों में छपी तस्वीर को दिखा जाये तो ये गलत कैसे हो गया. सभापति को ऐसे ही सदन चलाना है तो हम लोगों को सदा के लिए निलंबित कर दें. या फिर ऐसा कानून बना दें कि जब तक नीतीश कुमार की सरकार रहेगी, विपक्ष का कोई आदमी सदन में नहीं बैठेगा. उनका राज है जो कानून बनाना है वह बना दें।