Bihar Election 2025: अगर आपको भी नहीं मिल रहा पोलिंग बूथ, तो ऐसे करें पता; जानिए पूरी प्रक्रिया Bihar Election : पहले चरण का प्रचार खत्म, NDA-INDIA गठबंधन ने झोंकी ताकत; 'छठ-हैलोवीन, मोकामा मर्डर और जंगलराज...', का मुद्दा रहा हावी Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव से पहले पड़ोसी राज्यों से वोटिंग के लिए मुफ्त ट्रेनें, वोटरों के लिए मिल रही है यह खास सुविधा Anant Singh Arrest : अनंत सिंह के अरेस्ट होने के बाद धानुक वोटरों की नाराजगी थमेगी? मोकामा-बाढ़ समेत कई सीटों पर दिख सकता असर; जानिए क्या है NDA का प्लान Bihar Weather: बिहार में इस दिन से पड़ेगी भीषण ठंड, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी Bihar Election 2025: चुनाव से पहले गोपालगंज में JDU-कांग्रेस समर्थकों के बीच हिंसक झड़प, चाकूबाजी में एक युवक घायल बिहार चुनाव: पहले चरण का प्रचार थमा, नीतीश–मोदी बनाम तेजस्वी–राहुल की जंग अब दूसरे चरण में तेज, जानिए फर्स्ट फेज में किस नेता ने की कितनी सभाएं और क्या रहा मुद्दा Bihar News: बिहार में JDU नेता के भाई, पत्नी और बेटी की मौत; मचा कोहराम Asia University Rankings: भारत के ये संस्थान एशिया के टॉप-100 विश्वविद्यालयों में शामिल, शीर्ष पर यह यूनिवर्सिटी काबिज Bihar Election 2025: वोटिंग के दिन इन चीजों पर रहेगी छूट, आप भी ले सकते हैं लाभ; जानिए क्या है तरीका
1st Bihar Published by: Updated Fri, 10 Apr 2020 08:13:42 AM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल पीएमसीएच में कोरोना जांच में लापरवाही का मामला सामने आया है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष सत्येंद्र नारायण सिंह को सस्पेंड कर दिया है.
जांच में नहीं कर रहे थे सहयोग
माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष पर आरोप लगा है कि वह कोरोना जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे. लापरवाही का आलम यह रहा कि मंगलवार को सिर्फ तीन सैंपल की सिर्फ जांच हुई. बुधवार को 41 सैंपल की जांच हुई थी. जिसके बाद पीएमसीएच के प्राचार्य ने स्वास्थ्य विभाग से इसकी शिकायत की थी. जिसके बाद यह कार्रवाई हुई और उके स्पटीकरण मांगा गया है. सस्पेंड अवधि में उनको मधेपुरा मेडिकल कॉलेज से अटैच किया गया है. पीएमसीएच में अधिक से अधिक जांच हो इसको लेकर शिफ्ट में यहां पर जांच किया जा रहा है. अब हर दिन 70 सैंपल की जांच होगी.
सीएम से रैपिड किट से जांच की थी सिफारिश
सिंह ने बताया कि उन्होंने सीएम के साथ डॉक्टरों के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में रैपिड किट से जांच की सिफारिश की थी. जिसके बाद यह स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारियों को बात नागवार गुजरी. मुझसे इसके बारे में जवाब मांगा गया. मैं नौ प्रमाण के साथ 7 अप्रैल को इसका जवाब दिया था. फिर भी मुझे सस्पेंड किया गया.