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1st Bihar Published by: Updated Wed, 02 Feb 2022 12:25:44 PM IST
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PATNA : बिहार के सियासी गलियारे से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है. पूर्व विधायक रामेश्वर चौरसिया की घर वापसी हो गई है. 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान रामेश्वर चौरसिया बीजेपी छोड़कर एलजेपी में चले गए थे. एलजेपी की टिकट पर उन्होंने विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था लेकिन अब एक बार फिर उन्होंने घर वापसी की है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल समेत प्रदेश के अन्य प्रमुख नेताओं ने पार्टी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उनका स्वागत किया है.
रामेश्वर चौरसिया में नोखा विधानसभा सीट से अपनी दावेदारी रखी थी. लेकिन यह सीट जेडीयू के कोटे में चली गई. उसके बाद रामेश्वर चौरसिया ने लोक जनशक्ति पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा. रामेश्वर चौरसिया ने सासाराम विधानसभा सीट से किस्मत आजमाई लेकिन वह जीत नहीं पाए. हालांकि चौरसिया का टिकट काटे जाने से एनडीए को इस इलाके में खासा नुकसान पहुंचा. पिछले दिनों इसी इलाके से लोक जनशक्ति पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ने वाले बीजेपी नेता राजेंद्र सिंह की भी घर वापसी कराई गई थी. राजेंद्र सिंह ने दिनारा सीट से लोक जनशक्ति पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ा था. यह सीट जदयू के कोटे में थी. हालांकि राजेंद्र सिंह के चुनाव लड़ने की वजह से वहां जेडीयू के कैंडिडेट और सरकार के तत्कालीन मंत्री जय कुमार सिंह को हार का सामना करना पड़ा था. जेडीयू से अलायंस में बीजेपी के नेताओं को टिकट नहीं मिला. वह लोक जनशक्ति पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़े, लेकिन अब एक-एक कर सब की घर वापसी हो रही है.
बीजेपी ने घर वापसी अभियान के जरिए कहीं न कहीं जेडीयू को भी अब क्लियर मैसेज दे दिया है कि वह अपने नेताओं को ज्यादा दिनों तक दूर नहीं रह पाएगी. जेडीयू ने पिछले दिनों राजेंद्र सिंह की घर वापसी पर एतराज जताया था और अब रामेश्वर चौरसिया के वापस बीजेपी में शामिल होने के बाद जेडीयू की प्रतिक्रिया क्या होती है यह देखना भी दिलचस्प होगा. इसके पहले पूर्व विधायक उषा विद्यार्थी की भी बीजेपी में वापसी हो चुकी है. उसका विद्यार्थी ने भी जेडीयू के कैंडिडेट के खिलाफ लोक जनशक्ति पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ा था और यहां जेडीयू को हार का सामना करना पड़ा था.