ब्रेकिंग न्यूज़

बिहार बदलाव यात्रा के तहत गोपालगंज के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रशांत किशोर, पहले दिन चार जनसभाओं को किया संबोधित छपरा और सीवान पहुंचे तेजस्वी यादव ने शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि, परिजनों से हर संभव मदद का किया वादा BIHAR: मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, सेकेंड्री लोडिंग प्वाइंट से होगी आपूर्ति बिहार में MSP पर दलहन-तेलहन खरीद के लिए नई व्यवस्था होगी लागू, बाजार मूल्य की अनिश्चितता से किसानों को मिलेगी राहत Bihar Crime News: बिहार में लूटपाट के दौरान युवक को मारी गोली, घर लौटने के दौरान बदमाशों ने बीच रास्ते में घेरा Bihar News: बिहार के इस जिले में 1000 करोड़ की लागत से सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई की होगी स्थापना, 200 एकड़ में लगेगा उद्योग...500 लोगों को रोजगार Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान

डीएम ने किया खुलासा: अकाउंट से पैसा कटने का चुनावी वोटिंग से कोई लेना देना नहीं, पहले से सक्रिय है गिरोह

1st Bihar Published by: Tahsin Ali Updated Mon, 06 Dec 2021 05:53:42 PM IST

डीएम ने किया खुलासा: अकाउंट से पैसा कटने का चुनावी वोटिंग से कोई लेना देना नहीं, पहले से सक्रिय है गिरोह

- फ़ोटो

PURNIA : पूर्णिया में बायोमेट्रिक से वोटिंग देने के बाद बैंक खातों से वोटरों का पैसा गायब होने के मामले में आज जिला पदाधिकारी ने जांच की रिपोर्ट के संबंध में पत्रकारों से बातचीत की है. जिला पदाधिकारी का कहना है कि एक सक्रिय गिरोह फिंगर प्रिंट के नाम पर विभिन्न बैंकों से खाताधारकों के पैसे गायब कर रहा था. यह सिर्फ बीते 29 नवंबर को हुए वोटिंग के बाद की बात नहीं है, बल्कि इससे पहले भी कई बैंक खाताधारकों के पैसे फिंगरप्रिंट के माध्यम से निकाले गए थे.


डीएम ने स्पष्ट तौर पर बताया कि इस अवैध निकासी से चुनाव का कोई भी संबंध नहीं है. दरअसल जिला प्रशासन को बायसी प्रखंड क्षेत्र में 29 नवंबर को हुए चुनाव के बाद 30 आवेदन मिले, जिसमें बायोमैट्रिक फिंगरप्रिंट के माध्यम से बगैर जानकारी के उनके खाते से पैसे निकाले गए थे. इस मामले पर संज्ञान लेते हुए पुलिस ने जब अपनी कार्रवाई की तो उन्हें पता चला कि 30 में से छह ऐसे लोग थे जिन्होंने वोट डाला ही नहीं था. बाकी के 24 में से 3 लोगों के खाते से 28 तारीख से पहले ही पैसे निकले है, जिसका वोटिंग से कोई लेना-देना नहीं था.


बाकी अन्य लोगों के खाते से 29 नवंबर के बाद पैसे निकले हैं. पुलिस ने जब मामले की जांच की तो यह स्पष्ट हुआ कि चुनाव से इसका कोई लेना-देना नहीं है. बल्कि क्षेत्र में सक्रिय गिरोह बीते 4 माह से माइक्रो फाइनेंसिंग, होम लोन छोटे समूह लोन के नाम पर लोगों से फिंगरप्रिंट एकत्रित करता था. जिस मामले में अमौर के एक शख्स के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था,  जिसे पुलिस ने जेल भी भेजा था. उसके पास से बायोमेट्रिक, रबर के मोहर और फिंगरप्रिंट के सैंपल तथा लैपटॉप भी बरामद हुए थे. जिला पदाधिकारी राहुल कुमार ने स्पष्ट तौर पर बताया है कि इसका चुनावी वोटिंग से कोई लेना-देना नहीं है.