PATNA: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक दिली ख्वाहिश ने सियासी गलियारे में कयासों का बाजार गर्म कर दिया था। नीतीश कुमार ने कल पत्रकारों से अनौपचारिक बात करते हुए कहा था कि राज्यसभा में जाने की उनकी इच्छा अधूरी रह गयी। खबर फैली कि नीतीश बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने की तैयारी में हैं औऱ दिल्ली जाना चाहते हैं. लेकिन नीतीश ने कल की अपनी बात पर आज सफाई दी।
विधानसभा में पत्रकारों से अनौपचारिक बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि राज्यसभा में जाने की मेरी कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं है. दरअसल पत्रकारों ने पूछा था कि क्या वे वाकई राज्यसभा में जाने को इच्छुक हैं. नीतीश ने कहा कि उनकी कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं है. लेकिन जवाब से एक और सवाल खड़ा हो गया। क्या बीजेपी भेजेगी तो वे राज्यसभा चले जायेंगे? दरअसल चर्चा यही होती रही है कि बीजेपी उन्हें उप राष्ट्रपति बनाकर दिल्ली भेजेगी और बिहार में सीएम की कुर्सी बीजेपी के पास जायेगी।
वैसे मुख्यमंत्री ने आज फिर अपने सियासी सफर का पूरा बखान किया. नीतीश ने कहा कि राजनीति के शुरुआत में वे क्षेत्र में बहुत घूमा करते थे. इस दौरान सभी तरह के लोगों से मुलाकात होती रहती थी. नीतीश बोले- उस दौरान मेरी एक ही इच्छा थी कि सांसद बनूं और वह मैं बन गया. इसके पहले 1985 में मैं विधायक भी बना था. नीतीश कुमार 1989 में पहली दफे बाढ लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गये थे।
नीतीश कुमार इन दिनों अपने पुराने बाढ़ लोकसभा क्षेत्र में घूम रहे हैं। वहां के लोगों से मुलाकात कर रहे हैं. नीतीश ने कहा कि अपने पुराने साथियों से मुलाकात करने के लिए वे काफी दिनों से कार्यक्रम बना रहे थे. काफी दिनों से मन में इच्छा होती थी कि अपने पुराने साथियों-सहयोगियों से मिला जाये। लेकिन समय नहीं मिल पा रहा था। इसी बीच में कोरोना का दौर भी आ गया. कोरोना का दौर थमा तो अब जाकर पुराने साथियों और वहां के लोगों से मिल रहे हैं, नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ और क्षेत्र बाकी हैं, वे वहां भी जायेंगे।