ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार में इस रेलखंड पर बिछेगी 53 किलोमीटर रेलवे लाइन, सर्वे का काम हुआ पूरा Bihar Politics: ‘पूरा विश्व देख रहा भारत के 56 इंच का सीना’ ऑपरेशन सिंदूर पर बोले युवा चेतना प्रमुख रोहित सिंह Bihar Politics: पूर्णिया में होने वाली VIP की बैठक की तैयारियां तेज, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा ने की समीक्षा Bihar Politics: पूर्णिया में होने वाली VIP की बैठक की तैयारियां तेज, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा ने की समीक्षा Mock Drill: कुछ ही घंटों में बजने वाला है सायरन, मॉक ड्रिल के लिए पटना समेत बिहार के 6 जिलों में बड़ी तैयारी, जान लीजिए.. Mock Drill: कुछ ही घंटों में बजने वाला है सायरन, मॉक ड्रिल के लिए पटना समेत बिहार के 6 जिलों में बड़ी तैयारी, जान लीजिए.. बेतिया में करंट लगने से लाइनमैन की मौत, घटना से गुस्साएं लोगों ने किया हंगामा, बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर के बाद बिहार में जश्न, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के जिले में जमकर हुई अतिशबाजी Indian Constitution War Law: क्या युद्ध की स्थिति में सरकार आम नागरिकों को सेना में जबरन भर्ती कर सकती है? जानिए भारत में क्या है कानून Bihar Mausam Update: बिहार के इन छह जिलों में शाम तक आंधी-पानी-वज्रपात की चेतावनी, कौन-कौन जिले हैं शामिल जानें....

रेड लाईट एरिया की बेटी बनी मानवाधिकार आयोग सलाहकार कोर ग्रुप की सदस्य, शिक्षा के लिए कर रही है पहल

1st Bihar Published by: Manoj Updated Fri, 11 Nov 2022 11:00:31 AM IST

रेड लाईट एरिया की बेटी बनी मानवाधिकार आयोग सलाहकार कोर ग्रुप की सदस्य, शिक्षा के लिए कर रही है पहल

- फ़ोटो

MUZAFFARPUR : देश की सर्वोच्च न्यायिक संगठन मानव अधिकार आयोग की ओर से मानवाधिकार रक्षकों और गैर सरकारी संगठनों पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सलाहकार कोर ग्रुप कि सदस्य‌ की सूची जारी की गई है।‌ उसमें वंचित जमात से आने वाली परचम संगठन की सचिव नसीमा खातून को भी नॉमिनेट किया गया है।


दरअसल, नसीमा बिहार के मुजफ्फरपुर शहर के बदनाम गलियों में एक रेड लाईट एरिया में रहकर पढ़ी लिखी है। उन्होंने बताया कि ‌अपने वंचित समाज के हक व अधिकार की लड़ाई अब आगे बढ़ रही है। समाज के सभी बुजुर्गों के आशीर्वाद व साथियों के प्यार व कामना से बड़ी जवाबदेही राष्ट्रीय स्तर पर मिली है। देश की सर्वोच्च न्यायिक संगठन मानव अधिकार आयोग की ओर से मानवाधिकार रक्षकों और गैर सरकारी संगठनों पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सलाहकार कोर ग्रुप कि सदस्य के रुप में शामिल होने का मौका दिया गया है।


उन्होंने बताया कि,आयोग ने देश स्तर पर विभिन्न अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को लेकर एक कमेटी बनाई है। जिसमें मुझे भी स्थान दिया गया है। अब आपकी आवाज देश के सबसे बड़े न्यायिक फोरम पर मजबूती के साथ उठेगी। उसका निदान भी होगा।‌ नसीमा ने कहा कि बिहार के 38 जिलों में रेड लाइट एरिया है। कहीं बड़े तो कहीं छोटे रूप में है। वह रेड लाइट एरिया की बेटी है। यहां जन्म ली पढी और पिछले दो दशक से रेड लाइट एरिया के लोगों को संवैधानिक अधिकार दिलाने व बेटियों को शिक्षा से जोड़ने के लिए पहल कर रही है। इसी कड़ी में वह परचम संगठन के माध्यम से जगह-जगह पर जागरूकता अभियान कर लोगों को शिक्षा व अपने अधिकार के प्रति जागरूक कर रही है।‌ इसके साथ यहां के बच्चों को‌‌ लिखने व अपनी बातों को रखने के लिए बेहतर मौका मिले इसके लिए जुगनू हस्तलिखित पत्रिका निकालती है। 


बता दें कि, हाल के दिनों में मुजफ्फरपुर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश के नेतृत्व में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव संदीप अग्निहोत्री के सहयोग से इलाके के लोगों के बीच कानूनी जागरूकता अभियान चल रही है। इसके साथ मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में जिला उद्योग केंद्र के प्रबंधक धर्मेंद्र कुमार सिंह  के सहयोग से क्षेत्र के महिलाओं को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराए गए हैं।‌ यहां की महिलाएं जोहरा संवर्धन ग्रुप, जुगनू रेडीमेड गारमेंट के नाम से संगठन बनाकर सिलाई कटाई का काम कर अपने जीवकोपाजन को आगे आई है। उसके साथ वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत की मदद से महिलाओं को एक नई ताकत मिली है। अब आने वाले दिनों में मानव अधिकार आयोग के फोरम पर भी यहां की महिलाओं और बच्चों की होने वाली परेशानी प्रमुखता से रखी जाएगी।


इधर, नसीमा के आयोग के सलाहकार कोर ग्रुप कि सदस्य‌ की सूची में शामिल होने के बाद मुजफ्फरपुर के रेड लाइट एरिया से सदस्य बनाए जाने पर रेड लाइट एरिया की महिलाओं और बच्चों में खुशी की लहर दौड़ गई है। शहर में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि इस बदनाम गली में भी रहकर हीरे निकल सकते हैं। वहीं,अब नसीमा का एकमात्र मिशन है वंचित महिलाओं और बच्चों को उचित शिक्षा उपलब्ध कराना जिस पर लगातार वे काम कर रही है आने वाले समय में नसीमा की मेहनत कितनी रंग लाती है या तो वक्त ही बताएगा लेकिन इस तरह की हिमाकत अगर किसी ने की है तो उसे हम भी दिल से सलाम करते हैं।