मधुबनी में मुखिया के घर पर 3 दर्जन बदमाशों ने किया हमला, ग्रामीणों ने 6 को दबोचा, मोबाइल और बाइक बरामद Sushant Singh Rajput के साथ यह फिल्म बनाना चाहते थे अनुराग कश्यप, कहा "अब होता है पछतावा.." Sarkari Naukri: बिहार के युवाओं के पास सरकारी नौकरी पाने का बढ़िया मौका, 218 पदों पर इस दिन से आवेदन प्रक्रिया शुरू; सैलरी 1,31,000 तक ट्रोलर्स के टारगेट पर होते हैं ज्यादातर मुस्लिम क्रिकेटर्स? Mohammed Shami ने किया खुलासा.. पूर्णिया में ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत, गुस्साए परिजनों ने किया जमकर हंगामा, कार्रवाई की मांग ISM पटना में खेल सप्ताह का शुभारंभ, 'Pinnacle' में 25 टीमें ले रही हैं भाग कटिहार के बरारी में NDA का शक्ति प्रदर्शन, विधानसभा चुनाव से पहले कार्यकर्ता सम्मेलन में जुटे सभी घटक दलों के दिग्गज PURNEA: बेलगाम ट्रक ने 12 साल के छात्र को कुचला, मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने किया सड़क जाम हंगामा BIHAR CRIME : रेल लाइन के पास मिला अज्ञात युवक का शव, हत्या या हादसा? जांच में जुटी पुलिस Samrat chaudhary: विकास को लेकर एक्टिव है NDA सरकार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने किए बड़े ऐलान
1st Bihar Published by: Updated Wed, 02 Nov 2022 08:00:09 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पिछले 1 महीने से पार्टी दफ्तर नहीं पहुंचे हैं. जगदानंद सिंह ने आखिरी बार 2 अक्टूबर को प्रदेश और आरजेडी कार्यालय पहुंचे थे और उन्होंने ही सबसे पहले इस बात की जानकारी दी थी कि उनके बेटे सुधाकर सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. इस जानकारी को साझा करने के बाद जगदानंद सिंह ने पार्टी कार्यालय छोड़ी तो उसके बाद 1 महीने का वक्त गुजर गया, लेकिन वापस नहीं लौटे हैं .जगदानंद सिंह अपने गांव में है. उनके नजदीकी सूत्र बता रहे हैं कि पटना लौटने का फिलहाल उनका कोई प्लान नहीं है.
इस 1 महीने के दौरान पार्टी के अंदर बहुत कुछ बदला है. पार्टी के लिए दिल्ली में बुलाया गया खुला अधिवेशन बेहद महत्वपूर्ण था, जिसमें लालू प्रसाद यादव की ताजपोशी एक बार फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर हुई. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक और खुला अधिवेशन में भी जगदा बाबू शामिल नहीं हुए. खराब तबीयत का हवाला दिया गया लेकिन सबको मालूम है कि अपने बेटे सुधाकर सिंह को लेकर नीतीश कुमार के रवैया और पार्टी नेतृत्व के फैसले से जगदानंद सिंह नाराज हैं. सुधाकर सिंह जरूर पार्टी की बैठकों में शामिल होते रहे हैं, लेकिन जगदा बाबू ने दूरी बनाए रखी है. जगदानंद सिंह की नाराजगी को लेकर लालू यादव और तेजस्वी यादव से सवाल हो चुके हैं. तेजस्वी यादव इसे सिरे से खारिज करते रहे हैं. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का कहना है कि यह सब बीजेपी की शगुफेबाजी है, पार्टी में ऐसी कोई बात नहीं है. हालांकि हकीकत यह है कि तेजस्वी के भरोसे के बावजूद जगदा बाबू अब तक वापस नहीं लौटे हैं.
जानकार सूत्र बता रहे हैं कि जगदा बाबू फिलहाल नीतीश कुमार की नीतियों के साथ खड़े होने को तैयार नहीं है. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष का मानना है कि पार्टी को अपनी लाइन पर रहना चाहिए. जनता से किया गया वादा पूरा करना चाहिए ना कि नीतीश कुमार की नीतियों पर चलते हुए पार्टी को कमजोर होने देना चाहिए. उनके बेटे और नीतीश कुमार की कैबिनेट में शामिल रहे सुधाकर सिंह भी इसी नीति पर चल रहे थे, लेकिन नीतीश कुमार से उनका टकराव हो गया और आखिरकार दबाव में सुधाकर सिंह को इस्तीफा देना पड़ा. सुधाकर सिंह नीतीश शासन के खिलाफ लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं. एक तरफ जहां जगदा बाबू अपने गांव में खुटा गाड़े बैठे हैं. महीने से पार्टी दफ्तर नहीं आए हैं. राज्य कार्यकारिणी और पदाधिकारियों का गठन नहीं हो पाया है तो वहीं दूसरी तरफ सुधाकर सिंह कल यानी 3 नवंबर को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहे हैं. माना जा रहा है कि इसमें नीतीश कुमार की नीतियों पर सवाल खड़े होंगे.