BIHAR: दो बाइक की सीधी टक्कर में एक की दर्दनाक मौत, दो की हालत नाजुक Bihar Land News: बिहार के इस जिले में 84 हजार से अधिक जमीनों की रजिस्ट्री पर क्यों लग गई रोक? जानिए.. इसके पीछे की वजह Bihar Land News: बिहार के इस जिले में 84 हजार से अधिक जमीनों की रजिस्ट्री पर क्यों लग गई रोक? जानिए.. इसके पीछे की वजह Bihar News: मदरसा शिक्षा बोर्ड का हुआ गठन, JDU नेता को बनाया गया अध्यक्ष तो MLC बने सदस्य, पूरी लिस्ट देखें... Chenab Bridge Story: चिनाब ब्रिज की नींव में बसी है इस प्रोफेसर की 17 साल की मेहनत Andre Russell-Virat Kohli: रसल को रास न आया टेस्ट क्रिकेट पर कोहली का बयान, कहा "सम्मान करता हूँ मगर..." Bihar Politics: VIP नेता संजीव मिश्रा पहुंचे महादलित बस्ती, जनसंवाद के ज़रिए रखी विकास की आधारशिला Bihar Politics: VIP नेता संजीव मिश्रा पहुंचे महादलित बस्ती, जनसंवाद के ज़रिए रखी विकास की आधारशिला जमुई पुलिस और एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई,15 साल से फरार महिला नक्सली सीता सोरेन गिरफ्तार Bihar News: विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में खाद आयोग का गठन, सीएम नीतीश ने इन्हें सौंपी बड़ी जिम्मेवारी
1st Bihar Published by: Updated Thu, 06 Oct 2022 10:31:15 AM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार में नगर निकाय चुनाव पर रोक लगाए जाने के बाद बीजेपी और जेडीयू के बीच सियासत थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बीच अब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की मानसिकता चुनाव कराने की नहीं नगर निकाय मे आने वाले धन को लूटने की थी।
संजय जायसवाल ने ट्वीट कर कहा है, हमारे इलाके में एक शब्द चलता है 'गल थेथरही करना' नीतीश कुमार इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं।पिछले साल से ही नगर विकास विभाग और एडवोकेट जनरल के कहने के बावजूद उन्होंने कोई चिंता नहीं की। निकाय चुनाव का सबसे आसान तरीका मध्य प्रदेश की तरह विधानसभा में एक संकल्प लाकर, आरक्षण के अधिकार का कागज बनाकर चुनाव कराना था। जब मानसिकता चुनाव कराने के बजाए नगर निकाय मे आने वाले धन को लूटने की हो, तब चुनाव जितना देर हो सके, उसी में तो फायदा है।
जायसवाल ने आगे कहा है कि हाई कोर्ट द्वारा सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के आलोक में दिए गए निर्णय के खिलाफ नीतीश कुमार सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। भाई वाह! अपनी गलती न मानते हुए अभी भी आरक्षण सुप्रीम कोर्ट के नियमानुकूल लागू करने के बजाए मानसिकता केवल लटकाने, अटकाने और भटकाने की है। कल गांधी मैदान मे मुख्य अतिथि के आते ही सत्तर फुट का रावण भी धाराशाही हो गया क्योंकि उसने देखा कि उससे भी ज्यादा अभिमानी व्यक्ति सामने खड़ा है।