ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Crime News: ई-रिक्शा चालक की हत्या से हड़कंप, जांच के बाद हैरान रह गई पुलिस Bihar Education News: शिक्षकों के वेतन को लेकर शिक्षा विभाग के ACS एस.सिद्धार्थ ने क्या कहा ? चिट्ठी पढ़वाने लगे..... Caste census: जिस जातिगत जनगणना का पंडित नेहरू और राजीव गाँधी ने किया था विरोध, अब राहुल क्यों दे रहे हैं जाति पर ज़ोर? Bihar Mausam Update: अभी-अभी बिहार के इन चार जिलों के लिए जारी हुआ अलर्ट, वज्रपात, हवा के साथ मध्‍यम से भारी वर्षा होने की संभावना, कौन-कौन जिले हैं शामिल... West Bengal: शौचालय की दीवार पर चिपका दिया पाकिस्तानी झंडा, गिरफ्तार कर ले गई पुलिस Life Style: गर्मी में स्मार्टफोन को चार्ज करते वक्त न करें ये गलतियां, ओवरहीट से बचाने के लिए अपनाएं ये टिप्स Twins Meet in Bihar: बिहार में होने जा रहा जुड़वों का सबसे बड़ा समागम, देशभर से यहां जुटेंगे Twins भाई-बहन Twins Meet in Bihar: बिहार में होने जा रहा जुड़वों का सबसे बड़ा समागम, देशभर से यहां जुटेंगे Twins भाई-बहन Iodine deficiency : आयोडीन की कमी से शरीर पर पड़ सकता है गहरा असर, जानिए इससे जुड़ी अहम बातें और बचाव का आसान तरीका BIHAR CRIME: जमुई पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी: कुख्यात नक्सली हरि यादव और नरेश यादव गिरफ्तार

शराबबंदी गरीबों के हित में नहीं, पशुपति पारस बोले- नहीं संभल रहा तो शराब को फ्री करें नीतीश

1st Bihar Published by: Updated Mon, 28 Nov 2022 02:26:00 PM IST

शराबबंदी गरीबों के हित में नहीं, पशुपति पारस बोले- नहीं संभल रहा तो शराब को फ्री करें नीतीश

- फ़ोटो

HAJIPUR: बिहार में विपक्ष से लेकर सत्ताधारी दल के नेता लगातार बयान दे रहे हैं कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून पूरी तरह से फेल हो चुकी है। जेडीयू के नेता उपेंद्र कुशवाहा समेत सरकार की सहयोगी हम के संरक्षक जीतन राम मांझी भी इस बात को कह चुके हैं कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से फेल हो चुकी है। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी खुले मंच से कहा है कि राजधानी पटना में सबसे अधिक शराब की बिक्री होती है। सीएम नीतीश के इस बयान पर राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी ने हमला बोला है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा है कि मुख्य सचिव और डीजीपी के अलावा खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में रहते हैं, तो शराब माफिया पर कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं। उन्होंने शराबबंदी को गरीबों के लिए अहितकर बताते हुए कहा कि शराबबंदी अगर नहीं संभल रही है तो नीतीश कुमार को इसे वापस ले लेना चाहिए।


पशुपति पारस ने कहा है कि बिहार में कौन लोग शराब बेच रहे हैं इसका सबूत सरकार के पास अगर है तो दिखाए। मुख्यमंत्री ने खुद खुले मंच से कहा है कि पटना में सबसे अधिक शराब का कारोबार होता है और अच्छे-अच्छे लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। पारस ने कहा कि पटना में पूरा सरकारी अमला बैठा हुआ है। मुख्य सचिव और डीजीपी के अलावा खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में रहते हैं, तो शराब माफिया पर कार्रवाई क्यों नहीं करते हैं। मुख्यमंत्री के हिसाब से जो अच्छे लोग घर पर शराब मंगवाकर पीते हैं या बेचते हैं तो उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है।


पारस ने कहा कि बिहार की पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को हर चीज की जानकारी है बावजूद ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी के नाम पर सिर्फ गरीबों को सताया जा रहा है। मजदूर वर्ग के लोगों को पुलिस खानापूर्ति करने के लिए पकड़कर जेल में डाल रही है। गरीबों के पास इतना पैसा नहीं है कि वे जेल से बेल कराएं। गरीबों के लिए शराबबंदी कानून बहुत ही अहितकर है। सरकार ने शराबबंदी कानून तो लागू कर दिया लेकिन उससे शराबबंदी संभल नहीं रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में फेल हो चुकी शराबबंदी अगर नीतीश कुमार से नहीं संभल रही है तो शराब को फ्री कर दें।