बिहार चुनाव में महिलाओं का जलवा: 9% ज्यादा वोट डाल पुरुषों को पछाड़ा, रिकॉर्ड 67% मतदान पहली पत्नी के रहते दूसरी शादी नहीं कर सकते: झारखंड हाईकोर्ट का बड़ा फैसला Bihar Election 2025: एग्जिट पोल में NDA की बढ़त पर बोले दिलीप जायसवाल, कहा..बिहार की जनता ने एनडीए के प्रति दिखाया अटूट विश्वास Bihar Election 2025: बिहार में पहली बार 68.79% मतदान, दूसरे चरण ने तोड़ा सभी रिकॉर्ड Delhi Blast Case: दिल्ली ब्लास्ट के पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान, मृतकों-घायलों के परिजनों को इतने रुपए देगी रेखा सरकार Delhi Blast Case: दिल्ली ब्लास्ट के पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान, मृतकों-घायलों के परिजनों को इतने रुपए देगी रेखा सरकार Bihar Election 2025: एग्जिट पोल में NDA की बढ़त पर बोले सम्राट चौधरी, रफ़्तार पकड़ चुका है बिहार, फिर एक बार NDA सरकार! Bihar Politics: मतदान खत्म होते ही पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, खड़गे को भेजी चिट्ठी Patna News: पटना में जन सुराज पार्टी के कैंप में लगी भीषण आग, पांच बाइक जलकर खाक Patna News: पटना में जन सुराज पार्टी के कैंप में लगी भीषण आग, पांच बाइक जलकर खाक
1st Bihar Published by: Updated Tue, 15 Mar 2022 07:38:43 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में जो बर्ताव किया उसके बाद एनडीए की गांठ खुलकर सामने आ चुकी है। बीजेपी और जेडीयू कितनी तल्खी के साथ गठबंधन को चला रहे हैं, अब यह बात जगजाहिर हो चुकी है। लेकिन स्पीकर के साथ हुए बर्ताव को लेकर बीजेपी नेतृत्व ने अब तक चुप्पी साध रखी है। हालांकि पार्टी के नेता और कार्यकर्ता खुलकर कहने लगे हैं कि ऐसी सरकार रहने से बेहतर है कि सड़क पर उतरकर संघर्ष किया जाए और बीजेपी को अपने दम पर बिहार की सत्ता में लाया जाए। दरअसल विजय कुमार सिन्हा के साथ सदन में नीतीश कुमार ने जिस तरह का बर्ताव किया उससे भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में खासा आक्रोश व्याप्त है।
बिहार से ताल्लुक रखने वाले बीजेपी के केंद्रीय पदाधिकारियों और साथ ही साथ प्रदेश स्तर में सक्रिय नेता भले ही आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं दे रहे हो लेकिन सोशल मीडिया के जरिए वह जमकर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे संतोष रंजन राय ने सोशल मीडिया के जरिए ऐसे ही बात लिखी। उन्होंने लिखा कि ऐसी सरकार रहने से बेहतर है कि सड़क पर उतरकर संघर्ष किया जाए। इसके अलावे सोशल मीडिया पर विजय कुमार सिन्हा के समर्थन में लिखने वाले बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं की भरमार है हालांकि उनकी सक्रियता सदन में हुए प्रकरण के तुरंत बाद नहीं देखी गई थी लेकिन जनता दल यूनाइटेड ने जिस तरह विजय सिन्हा को दोषी ठहराने का प्रयास किया। उसके बाद बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता भी एक्टिव हो गए। कुल मिलाकर कहें तो जेडीयू और बीजेपी के नेताओं के बीच इस सोशल मीडिया पर एक अलग जंग छिड़ी हुई है।