Bihar News: बिहार में गुरुजी की शर्मनाक हरकत, डंडे के डर से छात्रों से ढुलवाई लकड़ी; वीडियो वायरल BIHAR ELECTION : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने CM नीतीश कुमार की अहम मुलाकात, इन मुद्दों पर हुई ख़ास बातचीत India Nepal Trade Relations: नेपाल क्यों है भारत के लिए अहम? जानिए... दोनों देशों के बीच कितने का होता है ट्रेड Bihar Train News : बिहार में इस रूट पर चलेगी एक और राजधानी एक्सप्रेस, PM मोदी दिखाएंगे हरी झंडी iPhone 17: Apple ने लॉन्च की iPhone 17 सीरीज, बैटरी लाइफ में बड़ा सुधार; जानें... पूरी डिटेल BIHAR CRIME : केला काटने के विवाद में युवक की हत्या, घर से उठाकर ले गए बदमाश Bihar Assembly Election 2025: राहुल-खरगे की बैठक में चुनावी रणनीति तय, कांग्रेस शुरू करेगी मेगा रैलियां Patna mayor : पटना नगर निगम में मचा भूचाल ! खतरे में आई मेयर सीता साहू की कुर्सी, जारी हुआ नोटिस Bihar Assembly Election 2025: बिहार के 38 जिलों में तय हुए 90 हजार से ज्यादा बूथ, देखें जिलेवार पूरी लिस्ट PATNA METRO : पटना मेट्रो अपडेट: मात्र 20 मिनट में पूरी होगी आपकी यात्रा, जानिए टाइमिंग और किराया
1st Bihar Published by: Updated Fri, 07 Jan 2022 08:54:29 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में जातीय जनगणना का मसला ठंडे बस्ते में जाता दिखाई दे रहा है। एक तरफ जहां खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया कह चुके हैं कि बीजेपी जातीय जनगणना के मसले पर सर्वदलीय बैठक में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है तो वहीं आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह नीतीश कुमार को यह ऑफर तक के दे चुके हैं कि जातीय जनगणना के सवाल पर राष्ट्रीय जनता दल उनके साथ खड़ा है, डरने की कोई जरूरत नहीं है। इन तमाम सियासी बयानों के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अब तक का सबसे बड़ा बयान दिया है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि नीतीश कुमार जातीय जनगणना के मसले पर केवल नौटंकी कर रहे हैं। सर्वदलीय बैठक के नाम पर चीजों को उलझाया जा रहा है। इतना ही नहीं तेजस्वी ने यह भी कह दिया है कि नीतीश जी में उनका समर्थन लेने का साहस नहीं है क्योंकि इसके लिए कलेजा चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जातीय जनगणना के मसले पर नीतीश सरकार की ढुलमुल नीति पर नाराजगी जताई है। एक हिंदी वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में तेजस्वी यादव ने कहा है कि नीतीश कुमार के एजेंडे में कभी जातीय जनगणना था ही नहीं। जातीय जनगणना की मांग सबसे पहले आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने की थी। लालू यादव और राष्ट्रीय जनता दल के दबाव में ही बिहार विधानसभा से जातीय जनगणना के लिए प्रस्ताव पास किया गया। इस प्रस्ताव का सभी दलों ने समर्थन किया था चाहे बीजेपी ही क्यों ना हो। लेकिन बाद में केंद्र सरकार ने जब स्पष्ट कर दिया कि जातीय जनगणना नहीं कराई जाएगी तो राज्य सरकार को इसके लिए पहल करनी चाहिए थी। नीतीश कुमार ने सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने की बात कही। देखा जाए तो इसकी कोई जरूरत नहीं क्योंकि बिहार में सभी राजनीतिक दलों ने जातीय जनगणना वाले प्रस्ताव का विधानसभा में समर्थन कर रखा है। हकीकत यह है कि नीतीश कुमार इस मामले को लटकाए रखना चाहते हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या भविष्य में नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी यादव राजनीतिक कर सकते हैं? क्या नीतीश कुमार अगर उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर स्वीकार करते हैं तो वह नीतीश के साथ जाएंगे? तेजस्वी यादव ने कहा कि इस सब के लिए कलेजा चाहिए। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार कुर्सी के चक्कर में अपना ईमान बेच चुके हैं। अब इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता। नीतीश कुमार उनके साथ आएंगे तेजस्वी यादव ने कहा कि यह सब बातें पता नहीं कहां से आ रही हैं। वह पचासों दफे इस बात को कह चुके हैं कि नीतीश कुमार के साथ आने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता कि नीतीश जी के पास कलेजा नहीं बचा है वह कोई फैसला कर ही नहीं सकते।