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1st Bihar Published by: 9 Updated Wed, 28 Aug 2019 10:06:32 PM IST
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DARBHANGA: बच्चों को पढ़ाई की तरफ आकर्षित करने के मकसद से आपने आजतक प्राइवेट स्कूलों में अपनाए जा रहे तरीकों के बारे में तो कई बार सुना होगा. लेकिन हम आज आपको बता रहे हैं एक सरकारी स्कूल के बारे में जिसने बच्चों को पढ़ाई की तरफ खींचने के मकसद से एक नया प्रयोग किया है. सबसे खास बात यह है कि शिक्षकों का यह प्रयोग काफी सफल रहा है और स्कूल से बच्चों के ड्रॉप आउट की शिकायतों में काफी कमी आयी है. https://www.youtube.com/watch?v=jBk5v7misH4 क्लासरुम को बनाया गया ट्रेन की बोगी ये तस्वीर है जिले की बंशीदास गर्ल्स मिड्ल स्कूल की. जहां स्कूल के कमरों को ट्रेन की बोगी का रुप दिया गया है. बाहर से देखने पर आपको ट्रेन की बोगी और स्कूल के कमरों में कोई फर्क नजर नहीं आएगा. बाहर से देखने पर स्कूलों का कमरा ट्रेन की बोगी की तरह दिखता है. जहां बच्चे पढ़ाई करते हैं. स्कूल की प्रिंसिपल बताती हैं कि यह स्कूल आज ट्रेन वाले स्कूल के नाम से पूरे जिले में मशहूर है. सबसे खास बात यह है कि बाहर से आने वाले बच्चे भी इस स्कूल में पढ़ाई करने को लेकर काफी उत्साहित रहते हैं. स्कूल ड्रॉप आउट में आयी कमी स्कूल की प्रिंसिपल कादंबरी रंजन बताती हैं कि स्कूल के रुप में बदलाव लाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब स्कूल से बच्चों के ड्रॉप आउट की तादाद बेहद कम हो गई है और बच्चे इस स्कूल में पढ़ाई करने के लिए दूर-दूर से आते हैं. वहीं स्कूल के शिक्षकों ने अपने रुपए खर्च कर पांचवी क्लास के उपर के बच्चों की पढ़ाई के लिए प्रोजेक्टर लगवाया है जिसकी मदद से छात्रों को विज्ञान विषय की पढ़ाई कराई जाती है. दरभंगा से प्रशांत की रिपोर्ट