Bihar School News: बिहार के सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में बच्चों को जलेबी की जगह बांटा खुरमा, शिक्षा विभाग ने मांग दिया जवाब Bihar School News: बिहार के सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में बच्चों को जलेबी की जगह बांटा खुरमा, शिक्षा विभाग ने मांग दिया जवाब Bihar News: बिहार में निर्माणाधीन सेप्टिक टैंक में दम घुटने से मजदूर की मौत, दूसरे की हालत गंभीर Bihar News: बिहार में निर्माणाधीन सेप्टिक टैंक में दम घुटने से मजदूर की मौत, दूसरे की हालत गंभीर India Largest Airport: यहां मौजूद है भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट, दिल्ली और मुंबई के हवाई अड्डे भी इसके सामने हैं फेल Jacob Bethell: 136 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ने जा रहा इंग्लैंड का यह नौजवान क्रिकेटर, अचानक इस फैसले से हैरान हुए तमाम क्रिकेट फैंस Bihar News: 10 सूत्री मांगों को लेकर बिहार में कर्मचारियों की हड़ताल, कामकाज पूरी तरह ठप; सहकारिता मंत्री को सौंपा गया ज्ञापन Krishna Janmashtami 2025: आज है कृष्ण जन्माष्टमी, जानें... कैसे करें बाल गोपाल का श्रृंगार और प्रसाद अर्पित AMCA: 5वीं पीढ़ी का देसी फाइटर जेट जल्द भरेगा उड़ान, राफेल, Su-57 और F-35 को मिलेगी कड़ी टक्कर ऑस्ट्रेलिया को पहला विश्वकप जिताने वाले Bob Simpson का निधन, कई दिग्गज क्रिकेटर इन्हें मानते थे अपना गुरु
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 20 Aug 2024 01:35:35 PM IST
- फ़ोटो
DELHI: यूपीएससी में लेटरल एंट्री को लेकर मचे घमासान के बीच केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला ले लिया है। पीएम मोदी के निर्देश पर लैटरल बहाली पर रोक लगा दी गई है। सीधी भर्ती का रोकने का फैसला लेते हुए विज्ञापन को रद्द करने को कहा गया है। इसको लेकर कार्मिक मंत्री ने यूपीएससी को पत्र लिखा है।
दरअसल, यूपीएससी ने बीते 17 अगस्त को एक विज्ञापन निकाला था जिसमें लेटरल एंट्री के जरिए 45 संयुक्त सचिव, उपसचिव और डायरेक्टर लेबल की भर्तियां होनी थी। इस विज्ञापन के सामने आने के बाद विवाद शुरू हो गया था। विपक्ष ने इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया और सरकारी बहाली में आरक्षण को खत्म करने का आरोप लगाते हुए इसके खिलाफ आंदोलन की बात कही।
विपक्ष के साथ साथ सरकार के सहयोगी दल भी यूपीएससी के इस विज्ञापन को लेकर सवाल उठा रहे थे और इसको लेकर शीर्ष नेतृत्व से बात करने को कहा था। विपक्ष के साथ साथ गठबंधन में घमासान छिड़ता देख आखिरकार केंद्र सरकार ने यूपीएससी के इस विज्ञापन को रद्द करने का आदेश दे दिया है और यूपीएससी में किसी भी तरह की सीधी भर्ती पर रोक लगाने को कहा है।
विवाद को बढ़ता देख खुद पीएम मोदी ने इस मामले में हस्तक्षेप किया और पीएम के निर्देश पर सीधी भर्ती के विज्ञापन पर रोक लगा दी गई है। केंद्रीय कार्मिक मंत्री जितेन्द्र सिंह ने यूपीएससी के चेयरमैन को पत्र लिखा है और तुरंत लेटरल बहाली के फैसले पर रोक लगाने को कहा है।