बसपा प्रत्याशी चितरंजन कुमार को AIMIM ने दिया समर्थन, रोमांचक हुई वजीरगंज विधानसभा चुनाव Bihar Election 2025: चुनावी सभा में सम्राट चौधरी ने बताया ‘लालटेनिया’ का मतलब, लालू परिवार पर जमकर बरसे Bihar Election 2025: चुनावी सभा में सम्राट चौधरी ने बताया ‘लालटेनिया’ का मतलब, लालू परिवार पर जमकर बरसे Bihar Election 2025: बिहार के इस नक्सल प्रभावित इलाके में 73 साल बाद होगी वोटिंग, चुनाव को लेकर मतदाताओं में भारी उत्साह ब्रजेश ऑटोमोबाइल्स महिन्द्रा ने रचा नया कीर्तिमान, सितम्बर-अक्टूबर में 2035 वाहनों की डिलीवरी Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी Pankaj Tripathi Mother Death: एक्टर पंकज त्रिपाठी की मां का निधन, हेमवती देवी ने 89 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस
1st Bihar Published by: Tahsin Ali Updated Mon, 21 Apr 2025 12:36:24 PM IST
- फ़ोटो file
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रशांत किशोर को बड़ा झटका लगा है। पूर्णिया में जन सुराज पार्टी के महानगर अध्यक्ष राजीव राय ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने 6 महीने पहले ही बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ जन सुराज की सदस्या ग्रहण की थी। कयास लगाए जा रहे थे कि राजीव राय जन सुराज पार्टी से पूर्णिया सदर विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे हालांकि चुनाव से पहले ही उन्होंने पीके का साथ छोड़ दिया।
पार्टी से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने कहा कि जनसुराज के लिए उन्होंने अपना 100 प्रतिशत दिया था और दिन रात काफी मेहनत की थी। घर घर जनसुराज अभियान को उन्होंने पूर्णिया में चलाया। इस अभियान के तहत करीब 5 हज़ार लोगों को उन्होंने जनसुराज से जोड़ा लेकिन उसके बावजूद ताज्जुब की बात है कि जन सुराज के मुखिया और प्रदेश अध्यक्ष को इसके बारे में किसी भी तरह की जानकारी तक नही थी।
उन्होंने कहा कि जिला के दो तीन पदाधिकारी ने यह सब खेल किया है। महानगर के टीम को किसी कार्यक्रम के बारे में जानकारी तक नही दिया जाता था। उन्हें इन सभी बातों को लेकर घुटन महसूस हो रही थी। उन्हें पार्टी में जिस तरह का सम्मान मिलना चाहिए था नही मिला। इसलिए उन्होंने इतना बड़ा कदम उठाया। उन्होंने यह भी स्पष्ट तौर पर कहा कि वे किसी अन्य राजनीतिक दल में नहीं जा रहे है और अब स्वंत्रत रूप से पूर्णिया के लोगों की सेवा करेंगे।
