Bihar Election 2025: वोटिंग के दिन PM मोदी के बिहार आगमन से कितना बदल सकता है समीकरण; इस इलाके में गूंजेगी आवाज तो किसे होगा फायदा? Mokama Murder Case : 'हथियार जमा कराए...', मोकामा हत्याकांड के बाद एक्शन में चुनाव आयोग, कहा - लॉ एंड ऑडर पर सख्ती बरतें Bihar election update : दुलारचंद यादव हत्याकांड का बाढ़ और मोकामा चुनाव पर असर, अनंत सिंह पर एफआईआर; RO ने जारी किया नया फरमान Justice Suryakant: जस्टिस सूर्यकांत बने भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश, इस दिन लेंगे शपथ Bihar News: अब बिहार से भी निकलेंगे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जलवा दिखाने वाले धावक, इस शहर में तैयार हुआ विशेष ट्रैक Dularchand Yadav case : मोकामा में दुलारचंद यादव हत्याकांड में चौथा FIR दर्ज ! अनंत सिंह और जन सुराज के पीयूष नामजद; पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद अब बदलेगा माहौल Bihar Election 2025: "NDA ही कर सकता है बिहार का विकास...", चुनाव से पहले CM नीतीश का दिखा नया अंदाज, सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर किया वोट अपील Bihar Election 2025: NDA ने तय किया विकसित बिहार का विजन, घोषणा पत्र पर पीएम मोदी ने की बड़ी बात Bihar News: बिहार के इस जिले में 213 अपराधी गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार व नकदी जब्त Bihar News: बिहार से परदेश जा रहे लोगों की ट्रेनों में भारी भीड़, वोट के लिए नहीं रुकना चाहते मजदूर; क्या है वजह?
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Sun, 03 Aug 2025 06:27:05 PM IST
- फ़ोटो google
Bihar Politics: बिहार के बक्सर से आरजेडी सांसद सुधाकर सिंह ने भारत निर्वाचन आयोग को एक पत्र लिखकर 1 अगस्त को SIR के बाद जारी विलोपित मतदाताओं की सूची को केवल अंग्रेज़ी में प्रकाशित किए जाने पर गहरी चिंता जताई है।
अपने पत्र में उन्होंने कहा है कि जिन मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं, उनकी जानकारी सिर्फ अंग्रेज़ी भाषा में सार्वजनिक की गई है। यह स्थिति अत्यंत चिंताजनक है क्योंकि बिहार एक हिन्दी भाषी राज्य है, जहां अधिकांश जनता विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के मतदाता और बूथ लेवल एजेंट अंग्रेज़ी पढ़ने या समझने में सक्षम नहीं हैं।
सुधाकर सिंह ने यह भी उल्लेख किया कि BLA अक्सर किसान, मज़दूर या सामान्य वर्ग के लोग होते हैं, जिन्हें अंग्रेज़ी भाषा का सीमित ज्ञान होता है। ऐसी स्थिति में, केवल अंग्रेज़ी में सूची जारी करना जानबूझकर उन्हें गुमराह करने और विलोपित नामों की सही पहचान से वंचित रखने जैसा प्रतीत होता है।
उन्होंने कहा कि यह न सिर्फ लोकतांत्रिक प्रक्रिया की पारदर्शिता को बाधित करता है, बल्कि मतदाता सूची में सुधार और आपत्ति दर्ज कराने की प्रक्रिया को भी प्रभावित करता है। सांसद ने आयोग से आग्रह किया है कि विलोपित मतदाताओं की पूरी सूची तत्काल हिंदी भाषा में प्रकाशित की जाए, ताकि आम नागरिक और BLA उसे समझ सकें और समय रहते उचित आपत्ति या सुधार दर्ज करा सकें।