Bihar News: बिहार में सड़क हादसे में बच्चे की मौत पर बवाल, गुस्साए लोगों ने बस में की तोड़फोड़ Bihar News: बिहार में सड़क हादसे में बच्चे की मौत पर बवाल, गुस्साए लोगों ने बस में की तोड़फोड़ Bihar News: बिहार में सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकराया तेज रफ्तार ट्रक, हादसे में ड्राइवर की दर्दनाक मौत Bigg Boss 19: बिग बॉस 19 में फराह खान की एंट्री से बढ़ा टेंशन, बसीर ने नेहल से तोड़ी दोस्ती Patna News: पटना में JDU-BJP दफ्तर के बाहर धारा 163 लागू, अब प्रदर्शन करने वालों की खैर नहीं Patna News: पटना में JDU-BJP दफ्तर के बाहर धारा 163 लागू, अब प्रदर्शन करने वालों की खैर नहीं Bihar News: बिहार सरकार की बड़ी कार्रवाई, 12 अधिकारियों को किया सस्पेंड; क्या है वजह? Bihar News: बिहार सरकार की बड़ी कार्रवाई, 12 अधिकारियों को किया सस्पेंड; क्या है वजह? Road Accident: BPSC परीक्षा देकर लौट रहे युवक की सड़क हादसे में मौत, एक गंभीर रूप से घायल Bihar Crime News: पत्नी से अनबन के बाद युवक की हत्या, बदमाशों ने गोलियों से भूना
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Sun, 14 Sep 2025 02:10:52 PM IST
- फ़ोटो Google
Bihar Politics: केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने रविवार को बोधगया स्थित अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस बार उनकी पार्टी का लक्ष्य मान्यता प्राप्त दल का दर्जा हासिल करना है।
मांझी ने साफ कहा कि हमारी पार्टी को बने हुए 10 साल हो गए हैं, लेकिन अब तक यह सिर्फ एक निबंधित पार्टी है। यह हमारे लिए अपमानजनक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मान्यता पाने के लिए पार्टी को कम से कम 8 सीटें जीतनी होंगी और राज्य में कुल डाले गए वोटों में से 6% वोट हासिल करने होंगे।
इसके लिए उन्होंने एनडीए से 15 सीटों की मांग की है। मांझी ने कहा कि सभी सीटों पर जीत संभव नहीं होती, इसलिए व्यावहारिक रूप से हमें इतनी सीटें चाहिए। मांझी ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी पार्टी को एनडीए में सम्मानजनक सीटें नहीं दी गईं, तो वे 100 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे और अकेले चुनाव लड़ेंगे।
उन्होंने दावा किया कि हर विधानसभा क्षेत्र में 10–15 हजार वोटर उनके पक्ष में हैं, और यह संख्या उन्हें 6% वोट शेयर के लक्ष्य तक पहुंचा सकती है। मांझी ने एनडीए में अपनी उपयोगिता पर जोर देते हुए कहा कि उनकी पार्टी बिना पैसे खर्च किए भीड़ जुटा सकती है, जबकि अन्य दलों को इसके लिए धन खर्च करना पड़ता है।
उन्होंने विश्वास जताया कि एनडीए नेतृत्व इस तथ्य को समझेगा और सीट बंटवारे में जमीनी हकीकत को प्राथमिकता देगा। मांझी के इस बयान से साफ है कि वे इस बार चुनाव को लेकर पूरी तरह से रणनीतिक, आक्रामक और आत्मनिर्भर रुख अपना रहे हैं। अब देखना यह होगा कि एनडीए उनकी मांगों को गंभीरता से लेता है या बिहार चुनाव 2025 में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा अकेले मैदान में उतरता है।