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BIHAR: मुंगेर में एक साथ 4 मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, 3 हथियार तस्कर को पुलिस ने दबोचा

मुंगेर स्थित गंगा और गंडक नदी के बीच स्थित दियारा इलाके (टापू) में चल रही इन 4 फैक्ट्रियों से हथियार बनाने की मशीनें,पिस्टल, कारतूस और अन्य उपकरण बरामद किए गए हैं। यह कार्रवाई जिले में संगठित अवैध हथियार नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 05 May 2025 02:46:22 PM IST

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2 हथियार तस्कर फरार - फ़ोटो google

BIHAR CRIME: बिहार के मुंगेर जिले में आए दिन अवैध हथियार बनाए जाने का उद्भेदन पुलिस करती रहती है। इस बार भी एक नहीं बल्कि चार मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा पुलिस ने किया है। मुंगेर के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में इस बार छापेमारी की गयी और जहां एक साथ चार अवैध मिनी गन फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ किया गया। इस दौरान पुलिस ने मौके से 3 हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो भागने में कामयाब हो गये। 


गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई

 मुंगेर के पुलिस कप्तान (एसपी) सैयद इमरान मसूद ने बताया कि उन्हें इस बात की गुप्त सूचना मिली थी। फोन करने वाले ने बताया कि गंगा और गंडक नदी के बीच दियारा इलाके में अवैध हथियारों का निर्माण चल रहा है। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने एक विशेष टीम का गठन किया। जिसमें सदर डीएसपी अभिषेक आनंद, मुफ्फसिल थाना प्रभारी विपिन कुमार सिंह, जिला आसूचना इकाई और विशेष टास्क फोर्स (STF) के अधिकारी को शामिल किया गया।


 इस विशेष टीम को दियारा क्षेत्र में छापेमारी के लिए भेजा गया। पुलिस की यह टीम जब टापू क्षेत्र में छापेमारी करने पहुंची तब वहां मौजूद पांच लोग पुलिस को देखते ही नौ दो ग्यारह होने लगे। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तीन लोगों को खदेड़ कर पकड़ लिया, जबकि दो अन्य अंधेरे और जंगली इलाके का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गये। 


मौके से भारी मात्रा में हथियार और उपकरण बरामद

इस दौरान पुलिस ने दियारा इलाके में चल रहे चार मिनी गन फैक्ट्री में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस को टापू पर चार अलग-अलग स्थानों पर अवैध हथियार निर्माण की फैक्ट्रियां मिलीं। इन फैक्ट्रियों से पुलिस ने कई हथियार और उपकरण जब्त किए, जिनमें 4 बेस मशीनें (हथियार निर्माण में प्रयुक्त), 3 तैयार पिस्टल, 1 अर्धनिर्मित पिस्टल, 2 निर्मित और अर्धनिर्मित मैगजीन, 1 ड्रिल मशीन और 2 जिंदा कारतूस बरामद किया गया। यह सारा सामान इस बात का प्रमाण है कि इन फैक्ट्रियों में लंबे समय से अवैध हथियारों का निर्माण चल रहा था।


गिरफ्तार आरोपियों की पहचान

पुलिस ने जिन तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनकी पहचान मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के ही निवासी सौरव कुमार, विपिन सिंह और राजाराम सिंह के रूप में हुई है। पूछताछ के दौरान इनसे कई अहम जानकारियां मिली हैं, जिनके आधार पर कुछ और लोगों की पहचान हुई है। पुलिस अब उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।


एसपी का बयान

एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि मुंगेर में अवैध हथियार निर्माण की पुरानी परंपरा को खत्म करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। हालिया कार्रवाई उसी कड़ी का हिस्सा है। उन्होंने यह भी कहा कि जैसे-जैसे पुलिस तकनीकी रूप से सशक्त हो रही है, वैसे-वैसे अपराधी भी नए तरीके अपना रहे हैं, लेकिन पुलिस हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। हालांकि यह कार्रवाई मुंगेर पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि मुंगेर जिला लंबे समय से अवैध हथियारों के निर्माण और आपूर्ति के लिए बदनाम रहा है। इस छापेमारी से न केवल एक संगठित नेटवर्क का खुलासा हुआ है, बल्कि भविष्य में संभावित आपराधिक घटनाओं पर भी अंकुश लगेगा।