Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर AAP का बड़ा एलान, पटना पहुंचे केजरीवाल के नेता ने बताया चुनावी प्लान Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर AAP का बड़ा एलान, पटना पहुंचे केजरीवाल के नेता ने बताया चुनावी प्लान Bihar Crime News: पटना के इस मशहूर मंदिर में खूनी खेल, बदमाशों ने युवक के सिर में दागी गोली; हत्या की वारदात से हड़कंप Bihar Crime News: पटना के इस मशहूर मंदिर में खूनी खेल, बदमाशों ने युवक के सिर में दागी गोली; हत्या की वारदात से हड़कंप BIHAR: पूर्वी चंपारण का कुख्यात अपराधी जानू गिरफ्तार, देसी पिस्टल और कारतूस बरामद Bihar Crime News: दहेज के लिए गर्भवती नवविवाहिता की हत्या, ससुराल वाले फरार Bihar Mansoon Update: बिहार में मानसून ने दी दस्तक, कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट; इस दिन तक पूरे राज्य में होगा एक्टिव Bihar Mansoon Update: बिहार में मानसून ने दी दस्तक, कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट; इस दिन तक पूरे राज्य में होगा एक्टिव Bihar Crime News: गैस एजेंसी से दिनदहाड़े डेढ़ लाख की लूट, पुलिस छापेमारी में जुटी Bihar Cabinet Decision: बिहार के इन 6 एयरपोर्ट को मिलेगा नया जीवन, उड़ान योजना के तहत होगा विकास; सरकार ने बनाया खास प्लान
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 15 Apr 2025 07:14:28 PM IST
- फ़ोटो google
Bihar News: बिहार के विकास की रफ्तार लगातार जारी है। मेडिसीन के क्षेत्र में बिहार ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। देशभर के सभी राज्यों को पछाड़कर बिहार पूरे देश में अव्वल राज्य बन गया है। बिहार ने पिछले दो दशक में मेडिसीन के क्षेत्र में काफी सफलता हासिल की है।
दरअसल, बिहार बना मुफ्त दवा आपूर्ति में देश का अग्रणी राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर वर्ष 2005 में स्वास्थ्य सुधार की एक नई दिशा की शुरुआत हुई थी। इस महत्वपूर्ण कदम ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को व्यापक रूप से सुदृढ़ किया और मुफ्त दवा नीति को नई मजबूती प्रदान की।
आज बिहार देश का पहला ऐसा राज्य बन चुका है जो 611 प्रकार की औषधियां मरीजों को बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध कराता है। इन दवाओं में कैंसर, हृदय रोग, वायरल संक्रमण सहित सभी प्रमुख बीमारियों की औषधियां शामिल हैं।
राज्य सरकार के प्रयासों का प्रभाव साफ नजर आता है। पिछले 20 वर्षों में सरकारी अस्पतालों से दवा आपूर्ति में 10 गुणा वृद्धि दर्ज की गई है। बीते 5 वर्षों में मुफ्त दवा नीति के तहत दवा आपूर्ति और वितरण पर खर्च 10 गुणा तक बढ़ा है। जहां पहले यह खर्च सीमित था, वहीं वित्तीय वर्ष 2024-25 में यह बढ़कर लगभग 762 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2025-26 में यह खर्च 1100 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। यह स्वास्थ्य सेवाओं में हुए गुणवत्तापूर्ण सुधार का प्रमाण है। वर्ष 2005 से पहले जहां सरकारी अस्पतालों में जीवनरक्षक दवाएं उपलब्ध नहीं थीं, वहीं अब मरीजों को ये दवाएं मुफ्त मिल रही हैं, जिससे खासतौर पर गरीब तबके को आर्थिक राहत मिली है।
केंद्र सरकार के डीवीडीएमएस (Drugs and Vaccine Distribution Management System) पोर्टल के अनुसार, बिहार लगातार पांचवें महीने देश में दवा आपूर्ति और वितरण के क्षेत्र में पहले स्थान पर बना हुआ है। यह उपलब्धि राज्य सरकार की स्वास्थ्य सुधार के प्रति सशक्त प्रतिबद्धता को दर्शाती है।