SAHARSA: 50 हजार का इनामी कुख्यात अपराधी प्रिंस गिरफ्तार, STF और जिला पुलिस की बड़ी कार्रवाई बेगूसराय में अपराधी बेलगाम: घर में घुसकर 2 साल की बच्ची की गोली मारकर हत्या ऑपरेशन सिंदूर पर बोले प्रशांत किशोर, कहा..भारतीय सेना को मेरा सलाम..विशेषज्ञों को अपना काम करने दीजिए ARRAH: जिले के प्रभारी मंत्री केदार प्रसाद से मिले अजय सिंह, भोजपुर के विकास को लेकर हुई चर्चा BIHAR: ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को लेकर जमुई में भव्य कार्यक्रम, विधायक श्रेयसी सिंह ने कहा..पीएम मोदी के वादे को सेना ने किया पूरा पटना में बिना नंबर की थार से विदेशी हथियार बरामद, अपराधियों की साजिश नाकाम Bihar News: बिहार के सरकारी तालाबों को मिलेगी विशिष्ट पहचान, जलनिकायों को मिलेगा नया आयाम Bihar News: बिहार के सरकारी तालाबों को मिलेगी विशिष्ट पहचान, जलनिकायों को मिलेगा नया आयाम New Bypass in Bihar: बिहार में यहां बनने जा रहा है नया बाइपास, मालामाल होंगे इन जिलों के जमीन मालिक! New Bypass in Bihar: बिहार में यहां बनने जा रहा है नया बाइपास, मालामाल होंगे इन जिलों के जमीन मालिक!
1st Bihar Published by: Viveka Nand Updated Mon, 13 Jan 2025 06:34:03 PM IST
- फ़ोटो Google
Bihar Politics: बिहार के एक अनुमंडल पदाधिकारी ( SDO) के खिलाफ विधायक ने कंप्लेन किया. विधायक ने इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग से शिकायत की थी. तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे. साथ ही फोन बंद रखने की शिकायत की गई थी. विधायक की शिकायत के बाद जिलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई। रिपोर्ट की समीक्षा की गई. इसके बाद आरोपी तत्तकालीन एसडीओ को सचेत रहने को कहा है.
दरअसल, जगदीशपुर के तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी कुमार पंकज के खिलाफ राजद विधायक राहुल तिवारी ने सामान्य प्रशासन विभाग से शिकायत की थी. इसके बाद सरकार ने भोजपुर के डीएम से जांच प्रतिवेदन मांग की. जिलाधिकारी ने 24 अक्टूबर 2024 को जांच रिपोर्ट दिया. जिसमें आरोप को प्रमाणित नहीं बताया . डीएम की रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि विधायक ने परिवाद में जिन बिंदुओं को अंकित किया है, वर्तमान कर्मियों द्वारा इस संबंध में कोई जानकारी देने में असमर्थता व्यक्त की गई है . साथ ही तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी का स्थानांतरण हो गया है. इस वजह से उनसे संपर्क किया जाना संभव नहीं है.
डीएम की रिपोर्ट के बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी कुमार पंकज को पक्ष रखने को कहा. तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी ने 7 दिसंबर 2024 को अपना पक्ष रखा. जिसमें कहा गया कि उनका व्यवहार सभी जनप्रतिनिधियों से सौहार्दपूर्ण एवं शिष्टाचारयुक्त था. सरकारी पदाधिकारी होने के कारण उनका सरकारी मोबाइल 9:30 बजे तक बंद रखने की बात सही नहीं है.सरकारी फोन पर ही वरीय अधिकारियों एवं आमजन का फोन आते रहता है. यदि मोबाइल बंद रखा जाता तो इसकी सूचना वरीय पदाधिकारी को भी होती. इसके बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने कुमार पंकज को भविष्य में सचेत रहने का निर्देश देते हुए मामले को खत्म कर दिया है.