Bihar News: बिहार में सरकारी चावल की कालाबाजारी, गोदाम से 350 मीट्रिक टन चावल गायब; बोरियों में निकलीं ईंटें Bihar Politics: ‘अफीम की खेती करते हैं, उनको सांसद नहीं मानता’ गोपाल मंडल का JDU सांसद अजय मंडल पर नया आरोप Bihar Politics: ‘अफीम की खेती करते हैं, उनको सांसद नहीं मानता’ गोपाल मंडल का JDU सांसद अजय मंडल पर नया आरोप India Missile Test: ब्रह्मोस से भी खतरनाक मिसाइल टेस्ट करने जा रहा भारत, दुनिया भर के लिए चेतावनी जारी.. Janmashtami 2025: 16 अगस्त को मनाई जाएगी कृष्ण जन्माष्मी, जानिए.... पूजा विधि और शुभ मुहूर्त Kishtwar Cloudburst Update: किश्तवाड़ आपदा में अब तक 65 शव बरामद, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, पीएम मोदी और उमर अब्दुल्ला ने जताई संवेदना Kishtwar Cloudburst Update: किश्तवाड़ आपदा में अब तक 65 शव बरामद, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, पीएम मोदी और उमर अब्दुल्ला ने जताई संवेदना Bihar News: रेलिंग तोड़कर पुल से नीचे गिरा सेब लदा ट्रक, बाल-बाल बची ड्राइवर की जान Bihar News: बिहार की हवा से प्रदूषण होगा गायब, सरकार ने उठाया बड़ा कदम Bihar Crime News: पटना में युवक की हत्या से सनसनी, छापेमारी में जुटी पुलिस
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 13 Jan 2025 08:28:15 PM IST
- फ़ोटो Google
Delhi Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव की रणभेरी बजते ही सभी दलों ने अपनी ताकत झोक दी है. बीजेपी ने बिना मुख्यमंत्री के चेहरे का उतरने का फैसला किया है. पार्टी ने अभी तक कुल 59 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी है. इन सबके बीच सोशल मीडिया पर एक खास चर्चा चल पड़ी है. सोशल मीडिया पोस्ट में स्मृति ईरानी को दिल्ली बीजेपी का चेहरा बनाने की मांग की जा रही है.
इधऱ, बीजेपी ने दो हाई प्रोफाइल सीट ग्रैटर कैलाश और दिल्ली कैंट से उम्मीदवार नहीं उतारे हैं. सोशल मीडिया में एक यूजर ने लिखा, स्मृति ईरानी लड़ रही हैं दिल्ली चुनाव ? एक सच्चा गेम-चेंजर! उनका करिश्मा, ट्रैक रिकॉर्ड और बंगाली हिंदुओं सहित विभिन्न समुदायों से जुड़ाव उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाता है। दिल्ली निर्णायक नेतृत्व की हकदार है- यही बीजेपी की जीत का फॉर्मूला हो सकता है’. गौरतलब हो, ग्रेटर कैलाश सीट पर बंगाली मतदाताओं की संख्या काफी अधिक है. स्मृति ईरानी बंगाली अच्छी बोल लेती हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को लेकर पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है.
बात दें कि स्मृति ईरानी बीजेपी की फायर ब्रांड नेता रही हैं और समय समय पर अरविंद केजरीवाल पर मुखरता से विरोध करते आई हैं. इन्होंने 2003 में भारतीय जनता पार्टी जॉइन की थी. 2004 में इन्हें पहली बार लोकसभा चुनाव में चांदनी चौक से उम्मीदवार बनाया गया. हालांकि कपिल सिब्बल से वो चुनाव हार गईं थी. 2014 के लोस चुनाव में इन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी से चुनाव लड़ा, फिर हार गईं, फिर उनको पार्टी ने 2019 में राहुल के खिलाफ मैदान में उतारा और इस बार इनको बड़ी सफलता मिली. स्मृति ईरानी ने कांग्रेस का सबसे मजबूत किला ध्वस्त कर दिया जिसके बाद उनको केंद्रीय मंत्री बनाया गया था.