BIHAR NEWS : बिहार में इस दिन होगी दीपावली की सरकारी छुट्टी, नीतीश सरकार का बड़ा फैसला BIHAR ELECTION : सीट बंटवारे को लेकर NDA ने बुलाई बैठक, चिराग- मांझी और कुशवाहा के शामिल होने पर संशय; फिर कैसे बनेगी बात ? Reserve Bank of India: इस बैंक को RBI ने किया बंद, क्या आपका भी है अकाउंट तो जान लें पूरी खबर? Bihar Election 2025: प्रधान और तावड़े से नहीं माने चिराग, क्या शाह की कॉल से मानेंगे मोदी के हनुमान Bihar Sand Mining: तीन महीने की बंदी के बाद फिर खुलेगा बालू खनन का रास्ता, जानें कब से गूंजेगी मशीनों की आवाज! PAWAN SINGH : बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बढ़ी पवन सिंह की सुरक्षा, मिली Y प्लस सुरक्षा, बीजेपी इस सीट से लड़ा सकती है चुनाव Bihar Election 2025: बिहार के अंदर इस मामले में भी तेजस्वी से आगे नीकली NDA, इस जगह भी महागठबंधन नहीं दे पा रहा टक्कर Special Vigilance Unit raid : SVU की बड़ी कार्रवाई विद्युत कार्यपालक अभियंता के ठिकानों पर छापेमारी, करोड़ों की संपत्ति की जांच Bihar Jobs 2025: बिहार में युवाओं के लिए बड़ा मौका, इन पोस्ट पर होगी बहाली; जानिए कैसे भरें फॉर्म और क्या है योग्यता Bihar Politics: 'बिहार चुनाव में पुरे होंगे सपने ...,' रामविलास की बरसी पर बोले चिराग पासवान ...जो जिम्मेदारी उनके कंधों पर सौंपी उसे निभाना हमारा लक्ष्य
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 16 Aug 2025 10:46:03 AM IST
पटना न्यूज - फ़ोटो GOOGLE
Patna News: राजधानी पटना के मंदिरी इलाके से एक बेहद दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां खुले नाले के चेंबर में गिरने से 5 वर्षीय मासूम साहिल की मौत हो गई। घटना के बाद इलाके में मातम का माहौल है और लोगों में भारी आक्रोश है। परिजन और स्थानीय लोग इस घटना के लिए नाला और पुल निर्माण कार्य में लापरवाही बरत रही निर्माण कंपनी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
मासूम साहिल, पिता स्व. संजय ढागर का इकलौता बेटा था, जो 15 अगस्त की शाम से लापता था। परिजनों ने पूरी रात उसकी तलाश की, सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, आसपास के इलाकों में लोगों से पूछताछ की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 16 अगस्त की सुबह जब स्थानीय लोगों ने मंदिरी नाले के एक खुले चेंबर में झांककर देखा, तो वहां बच्चे का शव मिला। बताया जा रहा है कि नाला निर्माण में कई मैनहोल और चेंबरों को बिना किसी सुरक्षा कवर के छोड़ दिया गया है, जिससे यह हादसा हुआ।
घटना के बाद बुढ़ा कॉलोनी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। स्थानीय लोगों ने पुल निर्माण कंपनी और संबंधित ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि नाले के आसपास कोई बैरिकेडिंग, चेतावनी बोर्ड या सुरक्षात्मक उपाय नहीं किए गए हैं।
खुले चेंबरों के कारण यह इलाका बच्चों और बुजुर्गो के लिए बेहद खतरनाक बन गया है। अब सवाल यह उठ रहा है कि नगर निगम और निर्माण एजेंसियों की निगरानी कहां थी? क्या किसी की जिम्मेदारी तय की जाएगी? क्या लापरवाह अधिकारियों और ठेकेदारों पर कोई कार्रवाई होगी? इस दर्दनाक हादसे ने पटना के नागरिकों को झकझोर कर रख दिया है। एक मासूम की मौत ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या हमारी सार्वजनिक संरचनाएं सुरक्षित हैं? और कब तक ऐसी लापरवाही मासूम जिंदगियों को निगलती रहेगी?