Mock Drill: युद्ध जैसे हालात हों तो कैसे रहें सुरक्षित? 7 मई को मॉक ड्रिल में मिलेगी हर जानकारी

Mock Drill: बिहार के पूर्णिया में भी 7 मई को शाम 7 बजे से 10 मिनट के लिए पूरे शहर की बिजली काट दी जाएगी. युद्ध की स्थित में कैसे सुरक्षित रहना है मॉक ड्रिल के माध्यम से बताया जाएगा

1st Bihar Published by: Tahsin Ali Updated Tue, 06 May 2025 07:20:48 PM IST

Mock Drill

प्रतिकात्मक - फ़ोटो google

Mock Drill: पूर्णिया सहित बिहार के 5 जिलों में 7 मई को गृह मंत्रालय के निर्देश पर एक विशेष मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। इस अभ्यास का लक्ष्य किसी भी संभावित वॉर या आपातकालीन स्थिति से निपटने की तैयारियों को परखना है। 


पूर्णिया डीएम कुंदन कुमार और एसपी कार्तिकेय शर्मा ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी है। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार 7 मई की शाम 7 बजे से 7:10 बजे तक पूरे पूर्णिया में ब्लैकआउट किया जाएगा। इस दौरान सभी प्रकार की रोशनी बंद कर दी जाएगी। इसका मकसद लोगों को अलर्ट रखना और नागरिकों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है।


यह मॉक ड्रिल भारत सरकार के सिविल डिफेंस गाइडलाइन के तहत की जा रही है। बिहार के पूर्णिया के अलावा पटना, कटिहार, बरौनी और बेगूसराय जिलों को इस लिस्ट में शामिल किया गया है। विस्तृत जानकारी साझा करते हुए अधिकारियों ने बताया कि शाम 06 बजकर 58 मिनट से पूर्णिया के प्रमुख जगहों पर सायरन बजाए जाएंगे। इसके दो मिनट बाद, यानी ठीक 7 बजे से अगले 10 मिनट तक ब्लैकआउट रहेगा।


इस दौरान में आम लोगों से अपील की गई है कि वे अपने घरों, दुकानों और वाहनों की सभी प्रकार की लाइटें बंद कर दें। मॉक ड्रिल को लेकर पूर्णिया जिले में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की जा रही है। फायर ब्रिगेड, पुलिस, थानों की गाड़ियां और अन्य आपातकालीन सेवाएं सायरन बजाकर लोगों को सूचित करेंगी। इमरजेंसी सेवाओं जैसे एंबुलेंस को इस ब्लैकआउट से छूट दी गई है। 


डीएम कुंदन कुमार ने कहा है कि यह केवल एक रिहर्सल है और नागरिकों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। एसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि युद्ध छिड़ा नहीं है, यह सिर्फ एक रिहर्सल है। पूर्णिया डीएम कुंदन कुमार और एसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि यह मॉक ड्रिल नागरिकों को जागरूक करने और सुरक्षा तंत्र की जांच के लिए की जा रही है। किसी प्रकार की अफवाह या डर से बचने की सलाह दी गई है। यह भी स्पष्ट किया गया कि लोगों को खाने-पीने का सामान जमा करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यह सिर्फ एक अभ्यास है. इस रिहर्सल में  सिविल डिफेंस, होमगार्ड, आपदा प्रबंधन विभाग, दमकल विभाग, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस बल शामिल हैं।