Bihar Crime News: बहन का तिलक चढ़ाने गए युवक की चाकू गोदकर हत्या, मर्डर की वजह तलाश रही पुलिस Patna Metro: पटना मेट्रो को लेकर आया बड़ा अपडेट, यात्रा के दौरान मिलेंगी ये सुविधाएं; देखिए.. रूट चार्ट Patna Metro: पटना मेट्रो को लेकर आया बड़ा अपडेट, यात्रा के दौरान मिलेंगी ये सुविधाएं; देखिए.. रूट चार्ट Bihar Crime News: बिहार में ट्रिपल मर्डर के बाद एक और हत्या, बदमाशों ने ठेकेदार के सिर में दाग दी गोली Bihar Crime News: बिहार में ट्रिपल मर्डर के बाद एक और हत्या, बदमाशों ने ठेकेदार के सिर में दाग दी गोली Patna News: क्या हो गया कि VIP गाड़ियों तक की चेकिंग कर रही पटना पुलिस? सड़क पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को देखकर लोग हैरान Patna News: क्या हो गया कि VIP गाड़ियों तक की चेकिंग कर रही पटना पुलिस? सड़क पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को देखकर लोग हैरान Toyota Urban Cruiser EV: भारत की सड़कों पर जल्द फर्राटे मारेगी टोयोटा की पहली इलेक्ट्रिक SUV, फीचर्स जान बाकी सभी कंपनियों को कह देंगे 'बाय-बाय' Road Accident: भीषण सड़क हादसे में जन प्रगति पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और उम्मीदवार की मौत, कई घायल Bihar New Expressway: एक और एक्सप्रेस-वे के बाद राज्य के आर्थिक विकास को लगेगा पंख, लाखों लोगों की यात्रा होगी और आसान
1st Bihar Published by: Updated Fri, 18 Feb 2022 08:13:41 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : आए दिन सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार ने नई पहल की है. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एनआईसी के सहयोग से एकीकृत सड़क सुरक्षा डाटा बेस तैयार करने के लिए एप विकसित किया है. सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों की ऑनलाइन निगरानी के लिए आइरेड - सॉफ्टवेयर को बिहार में लागू किया जा रहा है. इसके बाद सड़क दुर्घटनाओं की लाइव इंट्री होगी और दुर्घटनाओं के सटीक कारण का पता लगाना बेहद आसान हो जायेगा.
इस सॉफ्टवेयर को कई जिलों में शुरू भी किया गया है. इसके लिए जिलों में रोल आउट मैनेजर की नियुक्ति की जा रही है. एनआइसी के माध्यम से मैनेजरों की नियुक्ति शुरू की गयी है. इससे सड़क दुर्घटना का माइक्रो स्तर पर कारणों का पता लगाया जा सकेगा. रोल आउट मैनेजरों को सड़क दुर्घटनाओं के बाद काम करने वाले संबंधित विभागों के साथ सभी तरह से समन्वय स्थापित करना होगा.
अभी राज्य में सड़क दुर्घटना के बाद परिवहन, पुलिस, पथ निर्माण और स्वास्थ्य विभाग को मिल कर रिपोर्ट तैयार करनी है. इसके लिए इन मैनेजरों का सहयोग लिया जायेगा. इनके माध्यम से इन चारों विभाग के रोड सेफ्टी से जुड़े लोगों को कर्मियों व अधिकारियों को प्रशिक्षित करना होगा. वहीं, दुर्घटना के बाद रिपोर्ट में देर होगी, तो उसे काम को आगे बढ़ कर जल्द से जल्द पूरा करना होगा और दुर्घटना रिपोर्ट को एप पर लोड किया जायेगा, ताकि केंद्र सरकार भी कारणों से अवगत हो सके और जहाँ सड़क में किसी तरह की परेशानी होगी, तो उसके स्ट्रक्चर को बेहतर किया जायेगा
केंद्र सरकार के निर्णय के बाद आइआइटी मद्रास के माध्यम से आइरेड एप को बना कर पूरे देश में लागू किया है, जिसे बिहार में भी लगभग सभी जिलों में इस एप के माध्यम से काम शुरू हो गया है. इस एप में जीपीएस भी लगाया गया है. इस कारण से दुर्घटना के बाद तुरंत ही लाइव लोकेशन कैद कर लेता है और दुर्घटना के कारणों का पता लगाना बेहतर हुआ है. एप को बिहार में लागू कराने की जिम्मेदारी शुरू हो गया है. इस एप में जीपीएस भी एनआइसी को दिया गया है.