ब्रेकिंग न्यूज़

Life Style: गर्मियों में इसके पत्तों का सेवन क्यों है जरूरी? जानिए.. इसके 5 चमत्कारी फायदे Bihar Politics on caste census: जाति जनगणना पर क्रेडिट की मची होड़: डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का हमला, बोले— तेजस्वी सिर्फ मौके की तलाश में रहते हैं! Samastipur Snake Catcher: नहीं रहे 'सांपों के मसीहा' जय सहनी, जिनकी जिंदगी बचाने को रहते थे हमेशा तत्पर, उन्हीं में से एक ने ले ली जान Parent-child relation: बच्चों को शर्मिंदा कर देती हैं पैरेंट्स की ये आदतें, जानिए क्यों बच्चे बनाने लगते हैं दूरियां Bihar Assembly Election 2025: जहानाबाद में बिछने लगी बिसात...NDA में किसके खाते में जाएगी सीट ? दर्जन भर हैं दावेदार..किनका टिकट होगा फाइनल,जानें... IPL2025: "हमें विनम्र बने रहने की जरुरत", अंकतालिका में टॉप पर जाने के बाद हार्दिक और सूर्या का बड़ा बयान, फैंस बोले "ये दोनों MI के पिलर हैं" Made in India: डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ वॉर के बाद अमेरिका में 'मेड इन इंडिया' की गूंज! Gold theft jewellery shop: थानेदार बनकर आया, लाखों के गहने ले उड़ा, CCTV फुटेज देख दंग रह गया दुकानदार! Bihar Politics: "नीतीश को साइडलाइन करने की हिम्मत किसी में नहीं": मनोज तिवारी.. चिराग के भविष्य और पवन सिंह के BJP में आने पर भी बोले Road Accident Death : कुछ महीने पहले हुई थी शादी, अब सड़क हादसे में सुप्रीम कोर्ट के वकील की मौत,पत्नी घायल

बिहार के इस गांव में डायरिया का कहर: 60 से अधिक लोग बीमार, मेडिकल कैंप लगाकर लोगों का हो रहा इलाज; दहशत में ग्रामीण

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 29 Aug 2024 11:21:14 AM IST

बिहार के इस गांव में डायरिया का कहर: 60 से अधिक लोग बीमार, मेडिकल कैंप लगाकर लोगों का हो रहा इलाज; दहशत में ग्रामीण

- फ़ोटो

MADHUBANI: बरसात के मौसम में डायरिया आम बात हो गई है हालांकि जब यह बड़ा रूप ले ले तो जानलेवा भी साबित हो सकता है। बिहार के मुधबनी में डायरिया का कहर देखने को मिल रहा है। पूरा गांव बीते 20 अगस्त से ही डायरिया की चपेट में है।


दरअसल, लखनौर प्रखंड के हरभंगा गांव कक्कर्री मुसहरी टोला में डायरिया का प्रकोप देखने को मिल रहा है। बीते 20 अगस्त से ही डायरिया से गांव के पांच दर्जन से अधिक लोग प्रभावित हैं। डायरिया से ग्रसित लोगों में बूढ़े, बच्चे, महिलाए शामिल हैं। गांव में डायरिया के प्रकोप से ग्रामीण डरे सहमे घरों में दुबके रहते हैं।


गांव में किसी अधिकारी अथवा मीडिया कर्मी के आने की खबर पर अपने अपने घरों से बाहर निकलते हैं और डायरिया को लेकर अपनी परेशानी बताते हैं। ग्रामीणों की माने तो गांव में डायरिया की चपेट में एक दो लोगों का रोज आना जारी है। गांव में डायरिया के प्रकोप की जानकारी के बाद कई कैम्प लगाया गया। 


स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव में एक डॉक्टर और एक एएनएम को तैनात किया गया है जो लोगों को इलाज कर रहे हैं। डायरिया पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं होने ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है। स्कूलों में भी बच्चों की उपस्थिति कम हो गई है। 


ग्रामीणों की माने तो रोज लोग डायरिया की चपेट में आ रहे है। इसकी रोकथाम के लिए गांव के समुदायिक भवन में कुछ दिनों के लिए स्थाई कैंप लगाया जाए। गांव में फैले डायरिया पर नियंत्रण के लिए स्थाई कैंप लगाने को लेकर सिविल सर्जन ने कहा कि नजर बनी हुई है जरूरत करने पर इसकी भी व्यवस्था की जाएगी।

रिपोर्ट- कुमार गौरव