शिवहर में शादी की खुशियां पलभर में मातम में बदली, गैस सिलेंडर ब्लास्ट से पंडाल समेत लाखों की संपत्ति जलकर राख Bihar: शादी में नर्तकियों के बीच हर्ष फायरिंग करना पड़ गया महंगा, वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने युवक को दबोचा वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने किया एलान, हमारी आगे की लड़ाई ‘गिनती के बाद हिस्सेदारी’ की जाकिर बन गया जगदीश: 8 मुसलमानों ने हिन्दू धर्म को अपनाया, हवन और वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ शुद्धिकरण HAJIPUR: जननायक एक्सप्रेस से 8 किलो अफीम बरामद, महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार ISM में वेदांता इंटरनेशनल और ICICI बैंक के कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव 2025 का आयोजन, कई छात्र-छात्राओं का हुआ चयन Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुंगेर में शरारती तत्वों ने चलाया बत्ती गुल अभियान, डॉक्टर ने लाइट्स बंद नहीं किया तो जान से मारने की दी धमकी Bihar News: वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत, बारिश के दौरान हुआ हादसा
1st Bihar Published by: Updated Wed, 03 Mar 2021 08:01:39 AM IST
- फ़ोटो
ARA : बिहार में प्राइवेट अस्पताल किस तरह मरीजों और उनके परिजनों का दोहन कर रहे हैं इसकी बानगी देखनी हो तो आरा कोर्ट के फैसले को देखिए. फिजिशियन डॉक्टर ने एक महिला की सर्जरी की थी, इस मामले में मरीज की मौत के बाद आरा कोर्ट ने डॉक्टर की सर्जरी करने को गंभीर मानते हुए डॉक्टर को 5 साल की सजा सुनाई है.
आरा कोर्ट ने एक निजी अस्पताल के डॉक्टर पवन कुमार समेत चार लोगों को 5 साल जेल और अर्थदंड की सजा सुनाई है. इन पर एक महिला की बच्चेदानी का गलत ऑपरेशन, मृत्यु के बाद भी पटना रेफर करने और कागजात रख लेने का आरोप था. आरा के प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश का विशेष न्यायाधीश हर्षित सिंह ने गैर इरादतन हत्या का दोषी पाते हुए मंगलवार को चारों आरोपियों को एससी एसटी एक्ट में सजा सुनाई. अधिवक्ता संजय कुमार के मुताबिक उदवंतनगर थाना के निवासी राहुल कुमार ने अपनी पत्नी की बच्चेदानी का इलाज कराने के लिए जीरोमाइल स्थित यशीला इमरजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया था
मामला अगस्त 2018 का है. राहुल कुमार की पत्नी की बच्चेदानी का सही ऑपरेशन नहीं किया गया. इतना ही नहीं उनकी पत्नी की मृत्यु हो जाने के बाद भी इलाज के लिए डॉक्टरों ने पटना रेफर किया. पटना जाने के दौरान रास्ते में एंबुलेंस से आरोपी भागीरथ प्रसाद चौरसिया फिर ऑपरेशन का सारा डॉक्यूमेंट लेकर भाग निकला.
कोर्ट ने इसे बेहद गंभीर मामला मानते हुए आरोपियों को सजा सुनाई है और साथ ही साथ जुर्माना भी लगाया है. अदालत ने बिना सर्जरी की डिग्री के ऑपरेशन करने को गंभीर माना है. उदवंत नगर थाने में पैसे को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. अनुसंधान के बाद 2019 के जून महीने में चार्जशीट दाखिल की गई थी मामला एससी एसटी एक्ट से जुड़ा हुआ था. 19 फरवरी को चारों अभियुक्तों को दोषी पाया था और अब सजा का ऐलान कर दिया गया है.