पूर्व विधायक रघुपति गोप को सीएम नीतीश ने दी श्रद्धांजलि, आरा जाने के दौरान में सोन नदी पर बन रहे नए पुल का किया निरीक्षण

1st Bihar Published by: 7 Updated Thu, 05 Sep 2019 09:51:34 PM IST

पूर्व विधायक रघुपति गोप को सीएम नीतीश ने दी श्रद्धांजलि, आरा जाने के दौरान में सोन नदी पर बन रहे नए पुल का किया निरीक्षण

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ARA : पूर्व विधायक और समाजवादी नेता रघुपति गोप को श्रद्धांजलि देने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आरा पहुंचे. पटना से आरा जाने के दौरान सीएम ने सोन नदी पर बन रहे नए 6 लेन पुल का निरीक्षण किया. इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि अगले साल मार्च तक 6 में से तीन लेन को चालू कर दिया जायेगा. साथ ही उन्होंने बक्सर फोरलेन का भी जायजा लिया. आरा शहर में 13 किलोमीटर लंबा बाईपास बन रहा है. सीएम ने पटना एवं भोजपुर जिले के भू-अर्जन के बचे हुए कार्यों को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया. सीएम ने बिहटा-दानापुर फोर लेन एलिवेटेड रोड प्रस्तावित एलाइनमेंट का भी निरिक्षण किया. NHAI की ओर से इसका DPR बना लिया गया है. भू-अर्जन की तैयारी की जा रही है. यह एलिवेटेड रोड खगौल आरओबी से शुरू होकर दानापुर स्टेशन और सिवाला चौक पर एलिवेटेड रोड पर चढ़ने और उतरने के लिए रैम्प बना रहेगा. भोजपुर जिले के चरपोखरी थाना के नगरांव गांव पहुंचे सीएम ने पूर्व विधायक रघुपति गोप ने श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिजनों से मुलाकात की. बता दें कि कई दिनों से पटना IGMS में इलाज करा रहे पूर्व विधायक रघुपति गोप का बीते 2 अगस्त को निधन हो गया था. रघुपति गोप पीरो विधानसभा सीट से विधायक थे. पटना से सड़क के रास्ते आरा जाने के क्रम में सीएम ने कोईलवर में नए पुल का निरीक्षण किया. इस मौके पर पटना डीएम और एसएसपी भी मौजूद रहें. जानें कौन थे समाजवादी नेता रघुपति गोप भोजपुर जिले के पीरो विधानसभा सीट से दो बार विधायक रहे रघुपति गोप समाजवादी चेतना परिषद के अध्यक्ष भी थे. वह सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचारधारा से जुड़ कर उनके आदर्शों पर चलते थे. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था कि पटेल जी आधुनिक भारत के निर्माता थे. राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. 1977 के विधानसभा चुनाव में रघुपति गोप जीत हासिल कर पहली बार विधानसभा पहुंचे थे. श्री गोप कर्म से सच्चे समाजवादी थे. पूर्व मंत्री एवं राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष मुंशी लाल राय को उन्होंने कर्मठ एवं जुझारू समाजवादी बताते हुए कहा था कि मुंशी बाबू ने कभी अपने सिद्धातों से समझौता नहीं किया था. रघुपति गोप के निधन पर लोगों का कहना है कि समाजवाद का एक स्तंभ ढह गया. श्री गोप ने अपने गांव-समाज के लिए बहुत काम किया था. बता दें कि मुंशी बाबू और रघुपति गोप पहली बार एक साथ ही विधायक चुनकर विधानसभा पहुंचे थे.