Bihar News: वेतन न मिलने पर कर्मी ने मैनेजर की बाइक चुराई, पुलिस ने किया गिरफ्तार Tejashwi Yadav: तेजस्वी यादव का बड़ा ऐलान, बिहार विधानसभा चुनाव का कर सकते हैं बहिष्कार; इसी महीने ले सकते हैं फैसला Tejashwi Yadav: “मेयर और उनके देवर के दो-दो ईपिक नंबर, गुजरात के BJP नेता भी बिहार के वोटर बने”, चुनाव आयोग पर तेजस्वी का हमला INDvsPAK: "हमारे जवान घर वापस नहीं आते और हम क्रिकेट खेलने जाते हैं", एशिया कप पर बड़ी बात बोल गए हरभजन सिंह; मीडिया को भी लपेटा Bihar News: CBI की विशेष अदालत में सृजन घोटाले का ट्रायल शुरू, पूर्व DM वीरेन्द्र यादव पर आरोप तय Bihar News: अब बिहार सरकार नहीं बनाएगी नेशनल हाईवे, निर्माण और मरम्मत का जिम्मा NHAI के हवाले Bihar News: बिहार-झारखंड के इन शहरों के बीच फिर होगा स्पेशल ट्रेन का परिचालन, यात्रियों के लिए बड़ी राहत Bihar News: पटना में युवक की आत्महत्या से मची सनसनी, जांच में जुटी पुलिस Bihar News: बिहार के 24 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी, बाढ़ का संकट और भी गहराया.. सहरसा में रुई के गोदाम में लगी भीषण आग, दमकल की 4 गाड़ियों ने पाया काबू
1st Bihar Published by: Ajay Deep Chouhan Updated Fri, 25 Sep 2020 10:48:47 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने वरिष्ठ पत्रकार और शिक्षक डाॅ. ध्रुव कुमार की पुस्तक ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय का शिक्षा-दर्शन’ का लोकार्पण शुक्रवार को किया. इस विशेष अवसर पर डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के ‘एकात्म मानव दर्शन’ में जगत का कल्याण निहित है.
डॉ. ध्रुव कुमार के संपादन में 23 आलेखों से संग्रहित पुस्तक "पंडित दीनदयाल उपाध्याय का शिक्षा-दर्शन" का विमोचन करते हुए बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आगे कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय आधुनिक भारत के उन विचारकों में एक हैं जिन्होंने अपनी मौलिक और सार्वभौमिक चिंतन से समाज, राष्ट्र और विश्व को एक नवीन और समरस मार्ग प्रशस्त किया और जगत कल्याण के लिए एक नई विचारधारा दी.
पं. दीनदयाल उपाध्याय की 105वीं जयंती के अवसर पर डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि पंडित दीनदयाल की स्पष्ट मान्यता थी कि भारतीय संस्कृति एकात्म मानववादी है और इसके अनेक प्रत्यय हैं. धर्म, चिति और विराट आदि प्रत्ययों को सहज तरीके से विश्व के सामने प्रस्तुत करना उनकी क्रांतिकारी पहल थी. आजादी के आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी ने भी इन भारतीय प्रत्ययों का सफलतापूर्वक उपयोग किया था. वे एक लोक कल्याणकारी राष्ट्र के निर्माण के लिए राजनीतिक शुचिता को परम आवश्यक मानते थे.
डॉ. ध्रुव कुमार के संपादन में 23 आलेखों से संग्रहित पुस्तक "पंडित दीनदयाल उपाध्याय का शिक्षा- दर्शन" का विमोचन करते हुए। pic.twitter.com/adLyKymqWN
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) September 25, 2020