PATNA : अपने भतीजे चिराग पासवान को गच्चा देकर केंद्र में मंत्री बनने वाले चाचा पशुपति कुमार पारस अब नीतीश के प्रति वफादारी दिखा रहे हैं. जी हां लोक जनशक्ति पार्टी में जब टूट की खबर सामने आई थी, उस वक्त इसे नीतीश कुमार का हिडेन ऑपरेशन बताया गया था,
चिराग पासवान ने आरोप लगाए थे कि नीतीश कुमार ने उनकी पार्टी और परिवार को तोड़ने का काम किया. लेकिन तब चिराग पासवान के साथ बीजेपी खड़ी नजर नहीं आई थी. खुद नरेंद्र मोदी ने चाचा पशुपति पारस को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दे दी. लेकिन अब विशेष दर्जे के सवाल पर पशुपति कुमार पारस बीजेपी की बजाय नीतीश के साथ खड़े हुए हैं. केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने विशेष दर्जे के मसले पर नीतीश कुमार की मांग का समर्थन किया है. पशुपति पारस ने कहा है कि विशेष दर्जे की मांग बेहद पुरानी रही है और केंद्र सरकार को इसे हर हाल में मानना चाहिए.
आपको बता दें कि स्पेशल स्टेटस के मसले पर एक बार फिर जनता दल यूनाईटेड मुखर हुआ है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बुधवार को पीएम मोदी के सामने यह मांग रखी थी. ललन सिंह ने ट्वीट करते हुए बिहार को विशेष दर्जा दिए जाने की जरूरत बताई थी. इसके लिए नीति आयोग की हालिया रिपोर्ट को आधार बनाया गया था. अब पशुपति पारस भी इसी लाइन पर आ खड़े हुए हैं. पशुपति पारस ने भी कहा है कि नीति आयोग की रिपोर्ट बिहार के पिछड़ेपन की कहानी बयां कर रही है. ऐसे में स्पेशल स्टेटस जरूरी हो जाता है.
एक तरफ जहां पशुपति पारस के भतीजे और लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान एनडीए में हाशिये पर आने के बावजूद बीजेपी के खिलाफ अपनी जुबान नहीं खोलते तो वहीं दूसरी तरफ अब पारस खुलकर बीजेपी के खिलाफ खड़े हो गए हैं. बीजेपी स्पेशल स्टेटस की मांग को खारिज करती रही है. केंद्र सरकार ने दो टूक कह दिया है कि स्पेशल स्टेटस देना अब किसी राज्य को संभव नहीं है. लेकिन इसके बावजूद मोदी कैबिनेट में ही शामिल पारस अब राज्य को स्पेशल स्टेटस देने की मांग कर रहे हैं. ऐसे में बीजेपी पारस को किस हद तक बर्दाश्त कर पाएगी यह देखना भी दिलचस्प होगा.