US Attacks Iran: ईरान-इजरायल जंग में कूदा अमेरिका, 3 परमाणु साइट्स पर बरसाए बंकर बस्टर बम Tejas MK1A: भारतीय वायुसेना में जल्द शामिल होगा 'देशी राफेल', खूबी जान अमेरिकी वैज्ञानिक भी हुए हैरान INDvsENG: रुट ने तोड़ डाला सचिन का रिकॉर्ड, जयसूर्या भी छूटे पीछे Bihar News: रायगढ़ में बिहार के युवक ने समाप्त की जीवन लीला, व्यवसायी के घर करता था रसोइए का काम Bihar News: शराब तस्कर को 5 साल की सजा और 1 लाख का जुर्माना, विशेष अदालत का ऐतिहासिक फैसला Bihar Crime News: गोपालगंज में पुलिस टीम पर हमला, SI समेत 7 जख्मी Bihar Crime News: सिवान में युवक को दौड़ा-दौड़ाकर मारी गोली, हालत गंभीर Bihar Weather: आज इन जिलों में बारिश मचाएगी तबाही, IMD की लोगों से सतर्क रहने की अपील नीतीश सरकार ने अपराधियों पर कसी नकेल, मोतिहारी के कुख्यात राहुल सिंह की 2 करोड़ से अधिक की संपत्ति होगी जब्त कटिहार का चोर गिरोह जमुई में सक्रिय, चकाई पुलिस ने फिल्मी अंदाज़ में एक घंटे में किया 5 लाख की चोरी का खुलासा
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 21 Jun 2025 07:31:43 AM IST
- फ़ोटो GOOGLE
Care Edge report: नीतीश के सुशासन और बीजेपी के डबल इंजन वाले बिहार की हालत देश में सबसे खराब है. सामाजिक और आर्थिक विकास के सभी पैमानों पर बिहार, देश के सर बड़े राज्यों में सबसे निचले पायदान पर है. अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी केयर एज की ओर से जारी रिपोर्ट में ये बात सामने आई है.
ग्लोबल रेटिंग एजेंसी केयर एज ने देश का 17 बड़े राज्यों का सर्वे किया है और उसके बाद सभी राज्यों की रैंकिंग की है. इस रिपोर्ट में बिहार की बदली की बात सामने आई है.
सबसे फिसड्डी बिहार
केयर एज एजेंसी की कंपोजिट रैंकिंग में बिहार को सबसे कम 34.8 अंक मिले हैं जो 17 बड़े राज्यों में सबसे कम है. बिहार देश के 17 बड़े राज्यों मे 17वें नंबर पर है. वहीं, पड़ोसी राज्य झारखंड 36.0 अंकों के साथ 16वें स्थान पर है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात और कर्नाटक टॉप परफॉर्मर हैं. राज्यों की रैंकिंग में आर्थिक, वित्तीय स्थिति, आधारभूत संरचना, स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण और शासन को आधार बनाया गया है.
बिहार के खजाने की स्थिति खराब
केयर एज की रिपोर्ट के मुताबिक, राजकोषीय स्थिति के मामले में बिहार 17 राज्यों में सबसे खराब स्थिति में है. एजेंसी ने राज्य पर कर्ज, सरकारी खर्च की गुणवत्ता और राजस्व के नए स्रोतों के विकास के आधार पर इसका आकलन किया है. रिपोर्ट के मुताबिक बिहार कर्ज की सुलभता और बैंकिंग सेवाओं से होने वाले फायदों के मामले में सबसे खराब स्थिति में है.
स्वास्थ्य, शिक्षा की बेहद खराब हालत
देश के सभी बड़े राज्यों की तुलना में स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और गरीबी के पैमानों पर भी बिहार सबसे नीचे है. शुद्ध हवा, फॉरेस्ट कवर और रिन्यूएबल एनर्जी के पैमानों पर 31.6 अंकों के साथ बिहार सबसे निचले पायदान पर है. इस एजेंसी ने आर्थिक विकास और सामाजिक बेहतरी के लिए पर्यावरण संबंधी चुनौतियों का सामना करने के आधार पर भी राज्यों की रैंकिंग की है, जिसमें बिहार सबसे नीचे है.
आर्थिक विकास में कुछ राज्यों से आगे
केयर एज की रिपोर्ट के रिजल्ट फेक्टरों में बिहार जरूर सबसे निराशाजनक स्थिति में है, लेकिन आर्थिक विकास के मामले में यह राज्य राजस्थान, पंजाब और उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों से आगे है. इस पैमाने पर 38.3 अंकों के साथ बिहार नौवें पायदान पर है. वहीं झारखंड 33.4 अंकों के साथ 14वें पायदान पर है. केयर एज एजेंसी ने निवेश के लिए उद्यमियों में आकर्षण के आधार पर रोजगार, उच्च उत्पादकता और इनोवेशन के जरिए तैयार होने वाली आय और आर्थिक संरचना के माहौल के आधार पर इसका आकलन किया है.
नीति आयोग ने कहा स्थिति सुधारें
केयर एज एजेंसी की इस रिपोर्ट पर नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा कि विकसित भारत का सपना राज्यों के विकास से ही पूरा होगा. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि इस रिपोर्ट के आधार पर राज्य अलग-अलग पैमानों पर विकास में सुधार करेंगे. वैसे इस रिपोर्ट में पूर्वोत्तर भारत, पहाड़ी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की रैंकिंग अलग से जारी की गई है.
क्या बोली बिहार सरकार
केयर एज की रेटिंग और रिपोर्ट पर बिहार के योजना एवं विकास मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि बिहार पिछड़ा राज्य है, इसे स्वीकार करने में सरकार को संकोच नहीं है. लेकिन पिछले कुछ सालों में स्थिति को सुधारने के लिए काफी प्रयास किए गए हैं. मंत्री ने कहा 2005 में नीतीश कुमार के सत्ता में आने के बाद बिहार में हर क्षेत्र में विकास हुआ है.सुधार की कोशिशें जारी है और आने वाले वर्षों में बिहार अग्रणी राज्यों में शामिल होगा.