BIHAR NEWS : बिजली चोरी रोकने को लेकर विद्युत विभाग का नया प्लान; जानिए क्या है ख़ास Bihar Election 2025: महागठबंधन में सीट बंटवारे में देरी से सहयोगी दलों की बेचैनी बढ़ी, CPM ने दो मौजूदा विधायकों को नामांकन की मंजूरी दी Bihar Election 2025: महागठबंधन में सीट बंटवारे में देरी से सहयोगी दलों की बेचैनी बढ़ी, CPM ने दो मौजूदा विधायकों को नामांकन की मंजूरी दी BIHAR NEWS : रोहतास हत्या मामला: नाली विवाद में युवती की गोली मारकर हत्या, परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप Bihar Crime News: बिहार में घर में घुसकर 9वीं के छात्र की गला रेतकर हत्या, रिश्तेदारों पर मर्डर करने का शक Bihar Crime News: बिहार में घर में घुसकर 9वीं के छात्र की गला रेतकर हत्या, रिश्तेदारों पर मर्डर करने का शक BIHAR NEWS : कैफे संचालक की गोली मारकर हत्या, लूट और रंजिश की आशंका, जांच के लिए एसआईटी गठित IPL 2026 Auction: इस दिन होगी IPL ऑक्शन, टीमों में बड़े फेरबदल की तैयारी शुरू; BCCI ने तय की रिटेंशन की तारीख Memory tricks: खेल-खेल में बढ़ाएं मेमोरी – बच्चों और बड़ों दोनों के लिए कुछ आसान उपाय एनडीए से बड़ी खबर,अगले कुछ घंटों में कैंडिडेट के नाम के साथ आने वाला है फाइनल लिस्ट;शुरू हुई अंतिम दौर की मंथन
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 03 Dec 2024 08:10:24 AM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है। विशेषकर, "डिजिटल अरेस्ट" के नाम पर ठगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इस साल जनवरी से अब तक 320 से अधिक ऐसे मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 10 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी हुई है।
राज्य के सभी 40 साइबर थानों में इस वर्ष अब तक साइबर अपराध से संबंधित 9 हजार से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इनमें एटीएम के माध्यम, फोन कर पासवर्ड पूछना समेत अन्य तरीके से ठगी के मामले सबसे अधिक हैं। मगर डिजिटल अरेस्ट के मामले पिछले वर्षों की तुलना में इस बार 8 से 10 गुना की रफ्तार से बढ़े हैं।
राज्य मे डिजिटल अरेस्ट के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। डिजिटल अरेस्ट में साइबर अपराधी खुद को पुलिस या कानून प्रवर्तन एजेंसी का अधिकारी बताकर लोगों को धमकाते हैं और उनसे पैसे ऐंठते हैं। वे लोगों को बताते हैं कि वे किसी अपराध में शामिल हैं और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा, अगर उन्होंने पैसे नहीं दिए। ऐसे में लोग इसको लेकर जागरूक रहें।
किसी भी अज्ञात नंबर से आने वाले कॉल या संदेश का जवाब न दें। याद रखें, कोई भी पुलिस अधिकारी कभी भी फोन या वीडियो कॉल पर बयान नहीं लेगा। अगर आपको लगता है कि आप धोखे का शिकार हो रहे हैं, तो तुरंत 1930 पर कॉल करें। साइबर अपराधी लगातार नए-नए तरीके अपना रहे हैं। लोग इस तरह की ठगी के बारे में जागरूक नहीं हैं। ऐसे में आसानी से साइबर ठगों के झांसे में आ जाते हैं।
सरकार और पुलिस विभाग इस समस्या से निपटने के लिए कई कदम उठा रहे हैं। सभी साइबर थानों में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि लोगों को सावधान किया जा सके। साइबर धोखाधड़ी एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। लोगों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को देने की जरूरत है।