CM योगी के मंत्री ओपी राजभर का दावा- बिहार में बनेगी लालू के बेटे तेजस्वी की सरकार, हार रही NDA Bihar Election 2025: दूसरे चरण के चुनाव से पहले बिहार में चार लाख सुरक्षाकर्मी तैनात, ऐसे होगी विशेष निगरानी Bihar Politics: बिहार में दूसरे चरण की वोटिंग से पहले आरजेडी को बड़ा झटका, इस नेता ने थामा बीजेपी का दामन Bihar Politics: बिहार में दूसरे चरण की वोटिंग से पहले आरजेडी को बड़ा झटका, इस नेता ने थामा बीजेपी का दामन Jawaharlal Nehru Stadium : जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम की जगह बनेगी 102 एकड़ की ‘स्पोर्ट्स सिटी’, कतर-ऑस्ट्रेलिया मॉडल पर होगा निर्माण Government Schools: बिहार के स्कूलों में बदल गया यह नियम, इस दिन से होगा लागू; जानें पूरी खबर Bihar Election 2025: चुनाव ड्यूटी में तैनात कर्नाटक पुलिस के कांस्टेबल की मौत, सीने में तेज दर्द हुआ और चली गई जान Bihar Election 2025: चुनाव ड्यूटी में तैनात कर्नाटक पुलिस के कांस्टेबल की मौत, सीने में तेज दर्द हुआ और चली गई जान Bihar crime news : नालंदा में जमीन विवाद में भतीजे ने चाचा की गोली मारकर कर दी हत्या, गांव में दहशत; जांच में लगी पुलिस बिहार विधानसभा चुनाव का साइड इफेक्ट: चुनावी रंजिश में घर में घुसकर की मारपीट; दल विशेष के लिए काम करने का आरोप
1st Bihar Published by: Updated Mon, 21 Jun 2021 07:56:50 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में कोरोना से हुई मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है। कोरोना से मरने वालों की तादाद सरकार की तरफ से जो अब तक बताई गई है उसमें इजाफा हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग के की तरफ से जो आंकड़े जारी किए गए हैं उसके मुताबिक 20 जून तक राज्य में 9550 लोगों की मौत कोरोना की वजह से हुई है। अब हाईकोर्ट की नाराजगी के बाद सरकार नए सिरे से इसकी समीक्षा करने जा रही है। सरकार ने इसके लिए एक कमेटी बनाई है। माना जा रहा है कि इस समीक्षा के बाद बिहार में मौत का आंकड़ा और ज्यादा बढ़ेगा।
पिछले दिनों हाईकोर्ट ने इस मामले पर सुनवाई करते हुए सरकार के ऊपर कड़ी टिप्पणी की थी। हाईकोर्ट ने कहा था कि अगर सरकार मौत के आंकड़ों को पारदर्शी तरीके से सामने नहीं ला सकती तो इससे गुड गवर्नेंस नहीं कहा जा सकता। हाईकोर्ट की इस कड़ी टिप्पणी के बाद अब नीतीश सरकार ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। कमेटी के निदेशक प्रमुख रोग नियंत्रक के स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ राज्य स्वास्थ्य समिति के प्रशासी पदाधिकारी और अपर निदेशक डॉ अंजनी कुमार शामिल हैं। यह कमेटी 7 जून से पहले कोरोना से हुई मौतों के उन आवेदनों की समीक्षा करेगी जो जिलास्तर कमेटियों को मौत के आंकड़े अपडेट करने की तारीख के बाद मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की तरफ से सभी जिलों के डीएम और सिविल सर्जन को इस बाबत दिशा निर्देश जारी किया गया है। प्रत्यय अमृत ने कहा है कि मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों के अलावे सभी जिलों में 7 जून तक हुई मौत के आंकड़ों के सत्यापन के लिए जिला स्वास्थ्य समिति को भेजा गया जिसके आधार पर राज्य स्वास्थ्य समिति ने मौत के आंकड़े को अपडेट किया। अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि इस बात की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि 7 जून से पहले बिहार में कोरोना से हुई मौतों का आवेदन जिलास्तर पर मिला हो। इसके सत्यापन के लिए कमेटी का गठन किया गया है।
प्रत्यय अमृत ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कोरोना से हुई मौतों से संबंधित सूचना तत्काल राज्य स्वास्थ्य समिति को भेजी जाए। इस काम में लगे सभी पदाधिकारियों और कर्मचारियों को संवेदनशीलता के साथ काम करने का निर्देश दिया गया है। जिला स्तर पर पहले से गठित समिति ही काम करती रहेगी। इस समिति में सिविल सर्जन, एसीएमओ और सिविल सर्जन की तरफ से तैनात किए गए एक वरीय डॉक्टर शामिल रहेंगे। यह समिति मौतों के सत्यापन की रिपोर्ट जिला पदाधिकारी को भेजेगी और जिला पदाधिकारी इससे राज्य स्वास्थ्य समिति के पास भेजेंगे। अब इसकी समीक्षा का जिम्मा राज्यस्तरीय कमेटी को दिया गया है।